नई दिल्ली। सीबीएसई के आठ रीजन के घोषित नतीजों में देश भर में बच्चों को उम्मीद से लगभग दोगुने 10 सीजीपीए (अंकों का समग्र प्रतिशत या क्यूमिलेटिव ग्रेड प्वाइंट एवरेज) प्राप्त हुए हैं। सीसीई के तहत मार्च में हुई परीक्षा में आए आधे सिलेबस का ही कमाल रहा कि सीजीपीए 10 पाने वालों की संख्या देश भर में 86,162 पहुंच गई है जो कि बीते साल 68,516 थी। जबकि उससे पहले वर्ष यह आंकड़ा महज 38,377 था। चेन्नई क्षेत्र में सबसे अधिक 22,115 बच्चों को 10 सीजीपीए प्राप्त हुए हैं। दूसरे नंबर पर इलाहाबाद जहां के 14,256 बच्चों को 10 सीजीपीए प्राप्त हुआ है। तीसरे स्थान पर पंचकूला में 13, 134 को 10 सीजीपीए मिला है।
दिल्ली रीजन
में इस वर्ष बीते साल के मुकाबले में अधिक बच्चों को 10 सीजीपीए प्राप्त हुआ है। बीते साल 7,284 बच्चों को 10 सीजीपीए प्राप्त हुआ था जबकि इस साल यह संख्या 9,070 पहुंच गई है। संबंधित खबर पेज 7 पर •जहां तक दिल्ली में 10 सीजीपीए प्राप्त करने वाले स्कूलों की बात है तो दिल्ली के रोहिणी स्थित सचदेवा पब्लिक स्कूल के बच्चों को सबसे अधिक 210 बच्चों को 10 सीजीपीए प्राप्त हुआ है। दूसरे नंबर पर डीपीएस आरकेपुरम जहां के 591 बच्चों में 148 बच्चों को 10 सीजीपीए मिला है। वहीं, लिटिल फ्लॉवर पब्लिक स्कूल (शाहदरा) के 401 बच्चों में से 112 छात्रों को 10 सीजीपीए मिला है। उसके बाद हंसराज मॉडल स्कूल पंजाबी बाग स्कूल के 439 बच्चों में 104 को 10 सीजीपीए प्राप्त हुआ है। रिजल्ट में आए उछाल का कारण सीबीएसई सीसीई के तहत बच्चों के सिर कम हुए तनाव को बता रहा है। सीसीई के तहत पूरे साल भर बच्चे का मूल्यांकन होता रहा वहीं मार्च में हुई परीक्षा में आधा ही पाठ्यक्रम आया जिसके कारण 10 सीजीपीए लाने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। दिल्ली क्षेत्र में 9.8 सीजीपीए प्राप्त करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। बीते साल 3125 बच्चों को 9.8 सीजीपीए प्राप्त हुआ था जबकि इस बार यह संख्या 3512 है। दिल्ली क्षेत्र में यदि बी-2 लाने वालों की संख्या की बात की जाए तो वह सबसे अधिक है। बी-2 लाने वाले 2,45,115 स्टूडेंट हैं। देश भर में प्राइवेट स्कूलों के 73367 स्टूडेंट्स को 10 सीजीपीए का टॉप स्कोर मिला है। केंद्रीय विद्यालयों के 8,686 स्टूडेंट्स को यह स्कोर मिला है जबकि जवाहर नवोदय विद्यालयों के 3688 व सरकारी स्कूलों के 352 और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के केवल 65 स्टूडेंट्स को यही 10 सीजीपीए मिला है। ग्रेडिंग सिस्टम के अनुसार 91 से 100 लाने वाले को ए-1 के साथ 10 ग्रेड प्वाइंट दिए हैं। उस हिसाब से अगर पांचों विषय में किसी को ए-1 के साथ 10-10 ग्रेड प्वाइंट मिले हैं उनका पूरा समग्र मूल्यांकन ग्रेड 10 हुआ और उसे ही सीबीएसई ने मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किया है। इस प्रकार 10 ग्रेड पाने वालों की संख्या ही मेरिट सर्टिफिकेट पाने वालों की संख्या है। ग्रेड प्वाइंट 10 से लेकर 9.2 ग्रेड प्वाइंट लाने वालों को ए-1, 9.0 से 8.2 लाने वालों को ए-2, व 8.0 से लेकर 7.2 ग्रेड पाने वालों को बी-1, 7.0 से 6.2 ग्रेड प्वाइंट वालों को बी-2, ग्रेड प्वाइंट 6.0 से लेकर 5.2 ग्रेड प्वाइंट तक वालों को सी-1, व 5.0 से लेकर 4.2 वालों को सी-2 व 4.0 ग्रेड प्वाइंट वालों को डी प्रदान किया गया है।
में इस वर्ष बीते साल के मुकाबले में अधिक बच्चों को 10 सीजीपीए प्राप्त हुआ है। बीते साल 7,284 बच्चों को 10 सीजीपीए प्राप्त हुआ था जबकि इस साल यह संख्या 9,070 पहुंच गई है। संबंधित खबर पेज 7 पर •जहां तक दिल्ली में 10 सीजीपीए प्राप्त करने वाले स्कूलों की बात है तो दिल्ली के रोहिणी स्थित सचदेवा पब्लिक स्कूल के बच्चों को सबसे अधिक 210 बच्चों को 10 सीजीपीए प्राप्त हुआ है। दूसरे नंबर पर डीपीएस आरकेपुरम जहां के 591 बच्चों में 148 बच्चों को 10 सीजीपीए मिला है। वहीं, लिटिल फ्लॉवर पब्लिक स्कूल (शाहदरा) के 401 बच्चों में से 112 छात्रों को 10 सीजीपीए मिला है। उसके बाद हंसराज मॉडल स्कूल पंजाबी बाग स्कूल के 439 बच्चों में 104 को 10 सीजीपीए प्राप्त हुआ है। रिजल्ट में आए उछाल का कारण सीबीएसई सीसीई के तहत बच्चों के सिर कम हुए तनाव को बता रहा है। सीसीई के तहत पूरे साल भर बच्चे का मूल्यांकन होता रहा वहीं मार्च में हुई परीक्षा में आधा ही पाठ्यक्रम आया जिसके कारण 10 सीजीपीए लाने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। दिल्ली क्षेत्र में 9.8 सीजीपीए प्राप्त करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। बीते साल 3125 बच्चों को 9.8 सीजीपीए प्राप्त हुआ था जबकि इस बार यह संख्या 3512 है। दिल्ली क्षेत्र में यदि बी-2 लाने वालों की संख्या की बात की जाए तो वह सबसे अधिक है। बी-2 लाने वाले 2,45,115 स्टूडेंट हैं। देश भर में प्राइवेट स्कूलों के 73367 स्टूडेंट्स को 10 सीजीपीए का टॉप स्कोर मिला है। केंद्रीय विद्यालयों के 8,686 स्टूडेंट्स को यह स्कोर मिला है जबकि जवाहर नवोदय विद्यालयों के 3688 व सरकारी स्कूलों के 352 और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के केवल 65 स्टूडेंट्स को यही 10 सीजीपीए मिला है। ग्रेडिंग सिस्टम के अनुसार 91 से 100 लाने वाले को ए-1 के साथ 10 ग्रेड प्वाइंट दिए हैं। उस हिसाब से अगर पांचों विषय में किसी को ए-1 के साथ 10-10 ग्रेड प्वाइंट मिले हैं उनका पूरा समग्र मूल्यांकन ग्रेड 10 हुआ और उसे ही सीबीएसई ने मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किया है। इस प्रकार 10 ग्रेड पाने वालों की संख्या ही मेरिट सर्टिफिकेट पाने वालों की संख्या है। ग्रेड प्वाइंट 10 से लेकर 9.2 ग्रेड प्वाइंट लाने वालों को ए-1, 9.0 से 8.2 लाने वालों को ए-2, व 8.0 से लेकर 7.2 ग्रेड पाने वालों को बी-1, 7.0 से 6.2 ग्रेड प्वाइंट वालों को बी-2, ग्रेड प्वाइंट 6.0 से लेकर 5.2 ग्रेड प्वाइंट तक वालों को सी-1, व 5.0 से लेकर 4.2 वालों को सी-2 व 4.0 ग्रेड प्वाइंट वालों को डी प्रदान किया गया है।
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