प्रदेश सरकार ने उच्चतरशिक्षा प्रणाली को और अधिक तर्कसंगत बनाने के उद्देश्य से परीक्षा प्रणाली व पाठय़क्रम में सुधार के लिए एक कमेटी गठित करने का निर्णय लिया है, जिसके अध्यक्षकुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति होंगे। यह कमेटी एक महीने में अपनी रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करेगी। वर्तमान में स्नातक स्तर पर संचालित सेमेस्टरप्रणाली जारी रहेगी। 1मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में
बुधवार को हुई राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद की बैठक में ये निर्णय लिए गए। बैठक में तय हुआ कि नवगठित कमेटी संपूर्ण प्रक्रिया की निगरानी करेगी। यूजीसी की सिफारिशों के आधार पर अध्यापन अवधि बढ़ाने तथा परीक्षा संचालन में पड़ने वाले अंतराल को कम करनेकी संभावनाओं का पता भी लगाएगी। 1बैठक में गुड़गांव में वाणिज्य एवं विज्ञान में पीपीपी पद्धति पर उत्कृष्ट केंद्र स्थापित करनेके लिए अभिरूचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित करने के लिए मुख्य सचिव पीके चौधरी की अध्यक्षता में भी एक अन्य कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया। उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव एसएस प्रसाद कमेटी के संयोजक होंगे जबकि अन्य सदस्यों में कुवि के कुलपति लै. जरनल (सेवानिवृत) एसएस संधू, भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलां की कुलपति डा. पंकज मित्तल व ओपी जिन्दल ग्लोबल विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर सी. राजकुमार शामिल होंगे। 1निर्णय लिया गया कि बीएड में दाखिले के लिए स्नातकअंग्रेजी विषय के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति डॉ. एमएल रंगा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि शैक्षणिक सत्र 2013-14 के लिए बीएड दाखिले की अंतिम तिथि विश्वविद्यालय द्वारा 15 अक्तूबर, 2013 निर्धारित की गई है तथा तीन चरणों में काउंसलिंग की जाएगी। बैठक में दीन बंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मुरथल के कुलपति डॉ. हरस्वरूप चहलकी तकनीकी महाविद्यालयों को तकनीकी विश्वविद्यालयों से संबद्ध करने की मांग पर मुख्यमंत्री ने संभावना तलाशने का आश्वासन दिया। इसके अलावा बीएड कॉलेजों व परीक्षाओं का संचालन स्थापित की जा रही राज्य शिक्षक शिक्षा प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, जींद के अधीन करने पर भी चर्चा हुई
बुधवार को हुई राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद की बैठक में ये निर्णय लिए गए। बैठक में तय हुआ कि नवगठित कमेटी संपूर्ण प्रक्रिया की निगरानी करेगी। यूजीसी की सिफारिशों के आधार पर अध्यापन अवधि बढ़ाने तथा परीक्षा संचालन में पड़ने वाले अंतराल को कम करनेकी संभावनाओं का पता भी लगाएगी। 1बैठक में गुड़गांव में वाणिज्य एवं विज्ञान में पीपीपी पद्धति पर उत्कृष्ट केंद्र स्थापित करनेके लिए अभिरूचि की अभिव्यक्ति आमंत्रित करने के लिए मुख्य सचिव पीके चौधरी की अध्यक्षता में भी एक अन्य कमेटी गठित करने का निर्णय लिया गया। उच्चतर शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव एसएस प्रसाद कमेटी के संयोजक होंगे जबकि अन्य सदस्यों में कुवि के कुलपति लै. जरनल (सेवानिवृत) एसएस संधू, भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय, खानपुर कलां की कुलपति डा. पंकज मित्तल व ओपी जिन्दल ग्लोबल विश्वविद्यालय कुलपति प्रोफेसर सी. राजकुमार शामिल होंगे। 1निर्णय लिया गया कि बीएड में दाखिले के लिए स्नातकअंग्रेजी विषय के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। चौधरी देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के कुलपति डॉ. एमएल रंगा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि शैक्षणिक सत्र 2013-14 के लिए बीएड दाखिले की अंतिम तिथि विश्वविद्यालय द्वारा 15 अक्तूबर, 2013 निर्धारित की गई है तथा तीन चरणों में काउंसलिंग की जाएगी। बैठक में दीन बंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, मुरथल के कुलपति डॉ. हरस्वरूप चहलकी तकनीकी महाविद्यालयों को तकनीकी विश्वविद्यालयों से संबद्ध करने की मांग पर मुख्यमंत्री ने संभावना तलाशने का आश्वासन दिया। इसके अलावा बीएड कॉलेजों व परीक्षाओं का संचालन स्थापित की जा रही राज्य शिक्षक शिक्षा प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान, जींद के अधीन करने पर भी चर्चा हुई
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