इन दिनों विवादों में चल रहा २००९ का जेबीटी टीचर भर्ती मामला शिक्षा विभाग का पहला नहीं है, जो विवादों में रहा हो, विभाग में होने वाली अधिकतर भर्तियां भी विवादों में रही हैं। विवादों के चलते हालात ये हैं कि कहीं टीचर्स को नियुक्ति नहीं दी जा रही। जहां नियुक्ति दी गई, उन पर जांच की तलवार लटकी हुई है। इससे पहले भी विभाग पीटीआई की भर्तियों को रद्द कर चुका है। अभी भी पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय में शिक्षा विभाग के सबसे अधिक मामले चल रहे हैं। इसमें ज्यादातर मामले भर्तियोंं के हैं। इनमें कई मामलों में भर्ती में
योग्यता की अनदेखी का आरोप है, हरियाणा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट में अपनी जगह किसी दूसरे को बिठा कर परीक्षा दिलवाने का आरोप और नियमों की अनदेखी का आरोप हैं। देखिए, इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं होती। शिक्षा विभाग तो सिर्फ अपनी रिक्वायरमेंट भेजता है। भर्ती या तो टीचर भर्ती बोर्ड कर रहा है या फिर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन। विभाग तो ज्वाइनिंग देता है। यह दावा शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने किया, जब भास्कर ने उनसे बाचतीत की। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी जहां भी मिलेगी हम इस पर ठोस कार्रवाई करेंगे। सवाल : अभी तक कार्रवाई नजर तो नहीं आ रही हैं ? जवाब : देखिए, जेबीटी मामले की फाइनल रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। यूं भी यह मामला अदालत में हैं। अदालत से जैसा निर्देश होगा हम उसके अनुरूप ही कार्रवाई करेंगे। सवाल: शिक्षा विभाग में हो रही भर्तियों पर लगातार आरोप लग रहे हैं ऐसा क्यों, आखिर गड़बड़ी कहा है? जवाब : शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा भर्तियां हो रही है। किसी स्तर पर गड़बड़ी है तो यह मामला उठता है। इसमें बुराई नहीं है। गलती सामने आनी चाहिए। हम इस पर तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं। सवाल: लेकिन लोगों को अदालत में जाना पड़ रहा है, उनका आरोप है कि सुनवाई नहीं हो रही। जवाब: हम सुनवाई करते हैं। लेकिन सभी स्वतंत्र है, काई भी अदालत में जा सकता है। गड़बड़ी मिलने पर करेंगे उचित कार्रवाई : भुक्कल इसलिए उठ रही उंगलियां: पीटीआई भर्ती मामले में अदालत गई याचिकाकर्ता कमलेश ने बताया कि हम तो पहले ही शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। ऐसे में मजबूरी के चलते ही अदालत में जाना पड़ा। इनका कहना है कि विभाग और अधिकारी उनकी बात को सुनें तो इस तरह की गड़बड़ी पहली ही स्टेज पर पकड़ी जा सकती है। दिक्कत यह है कि कोई सुनने वाला ही नहीं है। होनी हैं २०,००० भर्तियां इन भर्तियों पर विवाद शिक्षा का बंटाधार हो रहा है : इनेलो इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि शिक्षा का बंटाधार हो रहा है। बोर्ड का रिजल्ट शिक्षा की स्थिति को बताने के लिए काफी है। भर्तियों में बड़ी धांधली हो रही है। इसकी जांच होनी चाहिए। हम तो लगातार मांग उठा रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला तो होना चाहिए। टीचर भर्ती बोर्ड को २० हजार से अधिक भर्तियां करनी हैं, लेकिन बोर्ड पर भी विवाद है। इसको भी पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है। ऐसे में बोर्ड की ओर से अभी तक इस दिशा में खास कदम नहीं उठाए गए हैं। इसमें कई भर्तियों के तो रिजेल्ट आउट होने के बाद भी लोगों को अभी तक ज्वाइन ही नहीं कराया गया।
योग्यता की अनदेखी का आरोप है, हरियाणा टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट में अपनी जगह किसी दूसरे को बिठा कर परीक्षा दिलवाने का आरोप और नियमों की अनदेखी का आरोप हैं। देखिए, इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं होती। शिक्षा विभाग तो सिर्फ अपनी रिक्वायरमेंट भेजता है। भर्ती या तो टीचर भर्ती बोर्ड कर रहा है या फिर स्टाफ सिलेक्शन कमीशन। विभाग तो ज्वाइनिंग देता है। यह दावा शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने किया, जब भास्कर ने उनसे बाचतीत की। उन्होंने कहा कि गड़बड़ी जहां भी मिलेगी हम इस पर ठोस कार्रवाई करेंगे। सवाल : अभी तक कार्रवाई नजर तो नहीं आ रही हैं ? जवाब : देखिए, जेबीटी मामले की फाइनल रिपोर्ट अभी तक नहीं आई है। यूं भी यह मामला अदालत में हैं। अदालत से जैसा निर्देश होगा हम उसके अनुरूप ही कार्रवाई करेंगे। सवाल: शिक्षा विभाग में हो रही भर्तियों पर लगातार आरोप लग रहे हैं ऐसा क्यों, आखिर गड़बड़ी कहा है? जवाब : शिक्षा विभाग में सबसे ज्यादा भर्तियां हो रही है। किसी स्तर पर गड़बड़ी है तो यह मामला उठता है। इसमें बुराई नहीं है। गलती सामने आनी चाहिए। हम इस पर तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं। सवाल: लेकिन लोगों को अदालत में जाना पड़ रहा है, उनका आरोप है कि सुनवाई नहीं हो रही। जवाब: हम सुनवाई करते हैं। लेकिन सभी स्वतंत्र है, काई भी अदालत में जा सकता है। गड़बड़ी मिलने पर करेंगे उचित कार्रवाई : भुक्कल इसलिए उठ रही उंगलियां: पीटीआई भर्ती मामले में अदालत गई याचिकाकर्ता कमलेश ने बताया कि हम तो पहले ही शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। ऐसे में मजबूरी के चलते ही अदालत में जाना पड़ा। इनका कहना है कि विभाग और अधिकारी उनकी बात को सुनें तो इस तरह की गड़बड़ी पहली ही स्टेज पर पकड़ी जा सकती है। दिक्कत यह है कि कोई सुनने वाला ही नहीं है। होनी हैं २०,००० भर्तियां इन भर्तियों पर विवाद शिक्षा का बंटाधार हो रहा है : इनेलो इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने कहा कि शिक्षा का बंटाधार हो रहा है। बोर्ड का रिजल्ट शिक्षा की स्थिति को बताने के लिए काफी है। भर्तियों में बड़ी धांधली हो रही है। इसकी जांच होनी चाहिए। हम तो लगातार मांग उठा रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला तो होना चाहिए। टीचर भर्ती बोर्ड को २० हजार से अधिक भर्तियां करनी हैं, लेकिन बोर्ड पर भी विवाद है। इसको भी पंजाब व हरियाणा उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है। ऐसे में बोर्ड की ओर से अभी तक इस दिशा में खास कदम नहीं उठाए गए हैं। इसमें कई भर्तियों के तो रिजेल्ट आउट होने के बाद भी लोगों को अभी तक ज्वाइन ही नहीं कराया गया।
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