कुरुक्षेत्र : शिक्षकों ने शुक्रवार को पंचायत भवन में एकजुट होकर
बीएलओ ड्यूटी का बहिष्कार किया। शिक्षकों ने
कहा कि बीएलओ की ड्यूटी लगाना पूरी तरह से गलत है। इस बारे में
प्रशासन को भी कई बार ज्ञापन सौंपा जा चुका है। इसके बावजूद
चुनाव आयोग शिक्षकों से बीएलओ ड्यूटी कराने पर अड़ा हुआ है।
इसी के चलते शिक्षकों की नौ से 30 जून तक बीएलओ ड्यूटी लगाई
गई है, जिसमें बीएलओ को स्कूल में बैठकर वोट बनानी होंगी।
शिक्षकों ने कहा कि कोई भी शिक्षक बीएलओ ड्यूटी नहीं देगा।
इसे लेकर सभी शिक्षक एकजुट हैं। शिक्षकों ने साफ किया कि अगर
उनकी बीएलओ ड्यूटी नहीं हटाई गई तो शिक्षक प्रदर्शन करने के
लिए मजबूर हो जाएंगे।
निदेशक के पत्र पर भी अमल नहीं :
शिक्षकों ने बताया कि मौलिक शिक्षा विभाग के निदेशक ने 19 मार्च
2013 को पत्र जारी करके शिक्षकों को बीएलओ ड्यूटी से मुक्त करने
के बारे में लिखा था। इसके बावजूद चुनाव आयोग
शिक्षकों की बीएलओ ड्यूटी लगा रहा है। यह पूरी तरह से गलत है।
नियमानुसार
भी किसी शिक्षक की जबरन ड्यूटी बीएलओ के रूप में नहीं लगाई जा सकती। शिक्षक इस मामले में अपना पक्ष लिखित में अधिकारियों के सामने रख चुके हैं। इसलिए शिक्षकों की इस मांग पर गंभीरता से कार्रवाई होनी चाहिए।
भी किसी शिक्षक की जबरन ड्यूटी बीएलओ के रूप में नहीं लगाई जा सकती। शिक्षक इस मामले में अपना पक्ष लिखित में अधिकारियों के सामने रख चुके हैं। इसलिए शिक्षकों की इस मांग पर गंभीरता से कार्रवाई होनी चाहिए।
No comments:
Post a Comment