हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की गलतियों का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा है। विद्यार्थियों की सुविधा के लिए शुरू की गई ऑनलाइन दाखिला एवं रि-अपीयर की योजना ही अब विद्यार्थियों के लिए गले की फांस बन गई है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड एवं जिला शिक्षा विभाग के मध्य आपसी तालमेल की कमी के चलते विद्यार्थियों को सही जानकारी नहीं मिल रही है और विद्यार्थियों को भटकने के लिए छोड़ दिया गया है।
हरियाणा बोर्ड की कक्षाओं में रि-अपीयर होने वाले विद्यार्थियों को सितंबर माह के दौरान होने वाली परीक्षा में पास होने के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यह प्रक्रिया 12 जून से शुरू कर दी गई है। 12 जून से शुरू होने के बावजूद अभी तक इस बारे में बोर्ड ने शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारियों के पास इसकी कोई जानकारी नहीं भेजी है।
लहाजा आवेदन के लिए अवकाश के दिनों में स्कूल में पहुंच रहे विद्यार्थियों को अध्यापक न मिलने की समस्या से भी दो चार होना पड़ रहा है। बोर्ड ने 12 जून से शुरू हुई प्रक्रिया के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी शिक्षा विभाग को मुहैया नहीं
कराई न ही किसी प्रकार का कोई पत्र व्यवहार किया गया है। इसी कारण अध्यापक विद्यार्थियों को सही तरीके से भी नहीं बता पाते। आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 जुलाई ऑनलाइन आवेदन शुरू होने के बाद 10 दिन बीत जाने के बाद भी विभाग के पास लिखित रूप से कोई जानकारी नहीं पहुंची है हालांकि आवेदन की तिथि 10 जुलाई निर्धारित की गई है। संपूर्ण जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। ऐसे में किसी भी प्रकार के बदलाव की जानकारी के लिए विद्यार्थियों को बोर्ड की वेबसाइट से अधिक जानकारी मिल सकेगी। हालात यह बने हुए हैं कि जानकारी के अभाव में कुछ अध्यापक विद्यार्थियों को पुरानी प्रणाली के बारे में ही बता रहे हैं। विद्यार्थियों को उस समय पता चलता है जब वह फार्म लेने के लिए दुकानदार के पास पहुंचते हैं और उन्हें इसकी जानकारी नहीं मिलती। कुछ इस तरह की है नई व्यवस्था बोर्ड ने इस बार रि-अपीयर व प्रथम सेमेस्टर के आवेदनों के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की है। 10वीं कक्षा के पहले सेमेस्टर के विद्यार्थियों को 500 रुपए परीक्षा शुल्क व सीनियर सेकेंडरी के विद्यार्थियों को 640 रुपए बतौर परीक्षा शुल्क जमा कराने होंगे। इसके साथ ही नियमित व प्राइवेट विद्यार्थियों के लिए विलंब के साथ आवेदन करने की तिथियां एक समान है। 11 से 17 जुलाई तक विद्यार्थी 100 रुपए, 18 से 24 जुलाई तक 300 रुपए तथा 25 से 31 जुलाई तक 1000 रुपए की लेट फीस के साथ विद्यार्थी अपने आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद विद्यार्थियों को पास की गई पहली परीक्षा की अंक तालिका की प्रति आवेदन प्रिंट के साथ एक सप्ताह के अंदर-अंदर बोर्ड के पास भेजनी होगी अन्यथा आवेदन करने वाले विद्यार्थी का दाखिला रद्द कर दिया जाएगा।
कराई न ही किसी प्रकार का कोई पत्र व्यवहार किया गया है। इसी कारण अध्यापक विद्यार्थियों को सही तरीके से भी नहीं बता पाते। आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 जुलाई ऑनलाइन आवेदन शुरू होने के बाद 10 दिन बीत जाने के बाद भी विभाग के पास लिखित रूप से कोई जानकारी नहीं पहुंची है हालांकि आवेदन की तिथि 10 जुलाई निर्धारित की गई है। संपूर्ण जानकारी बोर्ड की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। ऐसे में किसी भी प्रकार के बदलाव की जानकारी के लिए विद्यार्थियों को बोर्ड की वेबसाइट से अधिक जानकारी मिल सकेगी। हालात यह बने हुए हैं कि जानकारी के अभाव में कुछ अध्यापक विद्यार्थियों को पुरानी प्रणाली के बारे में ही बता रहे हैं। विद्यार्थियों को उस समय पता चलता है जब वह फार्म लेने के लिए दुकानदार के पास पहुंचते हैं और उन्हें इसकी जानकारी नहीं मिलती। कुछ इस तरह की है नई व्यवस्था बोर्ड ने इस बार रि-अपीयर व प्रथम सेमेस्टर के आवेदनों के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की है। 10वीं कक्षा के पहले सेमेस्टर के विद्यार्थियों को 500 रुपए परीक्षा शुल्क व सीनियर सेकेंडरी के विद्यार्थियों को 640 रुपए बतौर परीक्षा शुल्क जमा कराने होंगे। इसके साथ ही नियमित व प्राइवेट विद्यार्थियों के लिए विलंब के साथ आवेदन करने की तिथियां एक समान है। 11 से 17 जुलाई तक विद्यार्थी 100 रुपए, 18 से 24 जुलाई तक 300 रुपए तथा 25 से 31 जुलाई तक 1000 रुपए की लेट फीस के साथ विद्यार्थी अपने आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद विद्यार्थियों को पास की गई पहली परीक्षा की अंक तालिका की प्रति आवेदन प्रिंट के साथ एक सप्ताह के अंदर-अंदर बोर्ड के पास भेजनी होगी अन्यथा आवेदन करने वाले विद्यार्थी का दाखिला रद्द कर दिया जाएगा।
No comments:
Post a Comment