अमर उजाला
ब्यूरो चंडीगढ़।
नियुक्ति पत्र के लिए रविवार को तपती गर्मी में हरियाणा के नव चयनित पीजीटी(प्रवक्ताओं) ने पैदल मार्च कर विधानसभा परिसर के बाहर तक पहुंच गए और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में मुख्यमंत्री के ओएसडी एमएस चोपड़ा ने उनके सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया। चोपड़ा ने उनसे समस्या का हल निकालने के लिए एक सप्ताह का समय मांगा है।नवचयनित पीजीटी अध्यापकाें में एज रिलेक्सेशन, एक्सपीरियंस और डीम्ड यूनिवर्सिटी वालेतीन तरह के मामले हैं। एज रिलेक्सेशन वाले वे अध्यापक हैं जिनका नाम रोजगार कार्यालयमें दर्ज है और उन्होंने एचटेट पास कर रखा है, लेकिन सरकार इनकी ऐज रिलेक्सेशन पर विचार नहीं कर रही। इसके अलावा जिन अध्यापकों से भर्ती के समय चार साल का एक्सपीरियंस मांगा गया था,उनका एक्सपीरियंस वैरिफाई हो चुका है, लेकिन उन्हें नियुक्ति पत्र नहीं मिला। इनके साथ डीम्ड यूनिवर्सिटी से पास नव चयनित पीटीटी को भी नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा रहा है।विधानसभा के बाहर मौजूद सुखदेव मलिक, रमेश कुमार, ममता, राजकुमार, लखविंद्र सिंह ने बताया कि उनकी आखिरी उम्मीद
मुख्यमंत्री से है। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारी गुमराह कर रहे हैं। अधिकारी उन व्यक्तियों को पहले ही नियुक्ति पत्र दे चुके हैं। जिनके अनुभव प्रमाण पत्रों की अब तक जांच नहीं हुई, लेकिन हमारे अनुभव प्रमाण पत्रों की जांच कई बार पूरी करने के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए।उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने अपने चहेतों को नियुक्ति पत्र पहले ही दे दिए हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी अधिक होने के कारण उनका एक साथी मनदीप बेहोश भी हो गयाहै। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
मुख्यमंत्री से है। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारी गुमराह कर रहे हैं। अधिकारी उन व्यक्तियों को पहले ही नियुक्ति पत्र दे चुके हैं। जिनके अनुभव प्रमाण पत्रों की अब तक जांच नहीं हुई, लेकिन हमारे अनुभव प्रमाण पत्रों की जांच कई बार पूरी करने के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं दिए गए।उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने अपने चहेतों को नियुक्ति पत्र पहले ही दे दिए हैं। उन्होंने बताया कि गर्मी अधिक होने के कारण उनका एक साथी मनदीप बेहोश भी हो गयाहै। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
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