Friday, June 20, 2014

NAYAMO KA UDD RAHA MAZAK

मनोज कौशिक, कुरुक्षेत्र 1जिले के एक परीक्षा केंद्र में बेटा परीक्षा दे रहा था और उसका पिता उड़नदस्ते (फ्लाईंग ड्यूटी) में शामिल था और लगातार वहां ड्यूटी देने के जाता रहा। उसने ड्यूटी एक सेमेस्टर में नहीं बल्कि परीक्षा के दौरान दोनों सेमेस्टर में दी, जब तक यह मामला प्रकाश में आता तब तक परीक्षा संपन्न हो चुकी थी और उसका बेटा भी अच्छे अंकों से पास हो चुका था। 1ऐसे में एक शिकायतकर्ता ने जब इस मामले में शिकायत की तो शिक्षा बोर्ड ने कार्रवाई करने के निर्देश देते हुए शिक्षा विभाग को कार्रवाई करने को कहा, लेकिन चौकाने वाली बात तो यह है कि 6 महीने बीत जाने के बाद भी शिक्षा विभाग व शिक्षा निदेशालय अभी तक आरोपी शिक्षक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर पाया। सीधे-सीधे शिक्षा बोर्ड के नियमों की
धज्जियां उड़ाई गई। अब शिक्षा विभाग से कार्रवाई की आरटीआई मांगने पर जवाब मिलना भी बंद हो गए हैं। 1हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी के नियमानुसार परीक्षा के दौरान कोई भी कर्मचारी खून के रिश्ते के छात्र के केंद्र में न तो ड्यूटी दे सकता है और न उड़नदस्ते में शामिल हो सकता है। ऐसा करने पर सख्त कार्रवाई करने का प्रावधान है, लेकिन इस शिक्षक ने सरेआम इन नियमों को दरकिनार करते हुए मनचाही चलाई। शिकायकर्ता का कहना है कि देवीदासपुरा के राजकीय स्कूल के विद्यार्थी गीता कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 12वीं कक्षा की परीक्षा दे रहे थे। देवीदासपुरा का एक अंग्रेजी शिक्षक, जिसका बेटा भी इसी स्कूल में परीक्षा दे रहा था परीक्षा के दौरान बार-बार उस स्कूल में फ्लाइंग ड्यूटी देने गया। यह घटना एक बार नहीं बल्कि दोनों सेमेस्टर में दोहराई गई।

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