Tuesday, June 17, 2014

DEEMED AND REMAING PGT KO KAB MILENGE APPOINTMENT ORDER

 प्रवीण पाण्डेय चंडीगढ़। हरियाणा के नवचयनित पीजीटी बिना कसूर की सजा काट रहे हैं। डीम्ड यूनिवर्सिटी से डिग्री लेने के कारण उनकी नियुक्ति नहीं हो पा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारी उनकी सही बात सरकार के सामने नहीं पहुंचा रहे हैं। जिसके कारण वे जून की तपती दोपहर में प्रदर्शन करने को मजबूर हैं।मामला यह है कि शिक्षा विभाग ने उनको नियुक्ति पत्र नहीं दिए हैं, जिन्होंने आईएएसई यूनिवर्सिटी सरदार शहर (राजस्थान), जेआरएन विद्यापीठ (उदयपुर), विनायका मिशन यूनिवर्सिटी (तमिलनाडु) और बैंगलोर यूनिवर्सिटी, बैंगलोर से एमए पास किया है। नियुक्ति पत्र यह कह कर रोक दिया है कि इन यूनिवर्सिटी पर सुप्रीम कोर्ट में केस चल रहा है।नवचयनित पीजीटी ने इस मामले में जानकारी हासिल की तो पता चला कि शिक्षा विभाग जिस केस का जिक्र कर रहा है, वह ऐकेडमिक कोर्स से संबंध नहीं रखता। कोर्ट केस में प्रोफेशनल और तकनीकी कोर्स का जिक्र है।फर्जी प्रमाण पत्र वाले भी नपेंगे

झज्जर (ब्यूरो)। शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने भी साफ कर दिया है कि इन डीम्ड विश्वविद्यालयोंके डिग्री धारक कोई अभ्यर्थी यदि नौकरी पा गए हैं या फिर उनकी प्रमोशन हुई है तो उन्हें भी विभाग ने नोटिस भेज दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह अभ्यर्थी भी नपेंगे जिनके अनुभव या दूसरे प्रमाण पत्र फर्जी हैं। उन्होंने साथ में यह भी साफ किया कि जिनके अनुभव प्रमाण पत्र सही हैं और अन्य कागजात भी सही हैं उनके साथ कोई अन्याय नहीं होगा।ऐसे करीब 1100 अभ्यर्थी हैं। शिक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि इससे पहले भी उक्त विवि के किसी भी स्नातकोत्तर अभ्यर्थी को गलती से नियुक्ति दी गई है तो उसे भी विभाग ने नोटिस भेज दिया है।

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