बीरेंद्र
उचाना - लोकसभा चुनाव में कांग्रेस
प्रत्याशियों की करारी हार के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह
हुड्डा के खिलाफ खुला मोर्चा खोल चुके राज्यसभा सांसद
बीरेंद्र सिंह ने सोमवार को उन पर फिर निशाना साधा। बीरेंद्र
ने कहा कि लोकसभा चुनाव में पार्टी को इसलिए हार
मिली क्योंकि उसकी सरकार से कोई वर्ग खुश नहीं था।
सोमवार को अपने पैतृक गांव डूमरखां कलां ((जींद)) में
कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद बीरेंद्र ने कहा, कांग्रेस 130 साल
पुरानी पार्टी है। इसके प्रतिनिधि वार्ड, शहर या गांवों में हैं।
इसके बावजूद लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को भाजपा-इनेलो से कम
वोट मिले। सभी वर्ग कांग्रेस सरकार से नाराज हैं।
अकेली घोषणाओं से कुछ नहीं होता, सरकार में बैठे
लोगों को नाराजगी के कारण ढूंढ़कर उन पर बात करनी चाहिए।
आज कुछ नेता आमने-सामने बैठकर बात करने के लिए भी तैयार
नहीं है।
घोषणाओं से कुछ नहीं होता, नाराजगी का कारण ढूंढ़े पार्टी
सबको साथ लाने के प्रयास नहीं हो रहे
जिलास्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनों में हो रहे विरोध के बारे में
पूछने पर बीरेंद्र सिंह ने कहा कि इसके कारण पता लगाकर उन्हें हल
किया जाना चाहिए। लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के भाजपा में जाने की चर्चाओं पर बीरेंद्र ने कहा कि इसका नुकसान होता है। हाईकमान को समझना चाहिए कि ये आम चुनाव नहीं हैं जिन्हें साधारण तरीके से लड़ा जाए। हरियाणा में अगर कांग्रेस को वर्चस्व बनाए रखना है तो कार्यकर्ताओं व प्रमुख नेताओं को एक साथ लाने के प्रयास होने चाहिए, जो वर्तमान में नहीं हो रहे।
किया जाना चाहिए। लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के भाजपा में जाने की चर्चाओं पर बीरेंद्र ने कहा कि इसका नुकसान होता है। हाईकमान को समझना चाहिए कि ये आम चुनाव नहीं हैं जिन्हें साधारण तरीके से लड़ा जाए। हरियाणा में अगर कांग्रेस को वर्चस्व बनाए रखना है तो कार्यकर्ताओं व प्रमुख नेताओं को एक साथ लाने के प्रयास होने चाहिए, जो वर्तमान में नहीं हो रहे।
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