Tuesday, June 3, 2014

SARKAR KAR RAHI VAADA KHILAFI

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : प्रदेश सरकार और रोडवेज कर्मचारियों के बीच टकराव बढ़ता दिखाई दे रहा है। कर्मचारी समझौता पत्र लागू न होने के कारण पहले से ही खफा चल रहे थे, रही-सही कसर परिवहन विभाग ने सोमवार को पूरी कर दी। परिवहन मंत्री व रोडवेज तालमेल कमेटी के बीच तय वार्ता बिना सूचना रद करने से कर्मचारी भड़क गए। चंडीगढ़ में दो बजे बैठक तय थी और कमेटी सदस्यों को वार्ता स्थल पर पहुंचने के बाद ही इसके रद होने की जानकारी दी गई। बिना सूचना वार्ता रद करने से गुस्साए तालमेल कमेटी सदस्यों ने समझौता पत्र को लागू करने में सरकार पर आनाकानी करने का आरोप लगाया है।1रोडवेज तालमेल कमेटी ने सरकार के रवैये को देखते हुए 7 जून को कुरुक्षेत्र में आर-पार की लड़ाई का एलान करने का निर्णय लिया है। सरकार के दोबारा
वार्ता के लिए बुलाने पर भी कर्मचारी आंदोलन वापस नहीं लेंगे। समझौता पत्र अमल में लाने की अधिसूचना जारी होने पर ही आंदोलन को टाला जाएगा। वार्ता के लिए चंडीगढ़ पहुंचे कमेटी सदस्यों दलबीर किरमारा, आजाद मलिक, हरिनारायण शर्मा, रमेश सैनी, आजाद गिल, दलबीर नेहरा, रतन जांगड़ा, जगमोहन अंतिल, सतपाल रोहिला व रामफल देसवाल ने कहा कि दो बजे विभाग के अतिरिक्त परिवहन आयुक्त ने बताया कि परिवहन मंत्री आफताब अहमद के व्यस्त होने के कारण वार्ता स्थगित कर दी गई है। वित्त सचिव भी 16 जून तक अवकाश पर हैं, इसलिए बैठक नहीं हो सकती। 1दलबीर किरमारा व रतन जांगड़ा ने कहा कि 20 जनवरी को चंडीगढ़ में उद्योग मंत्री रणदीप सुरजेवाला व परिवहन मंत्री आफताब अहमद की मौजूदगी में हुए समझौते को सरकार लागू करने से पीछे हट रही है। कर्मचारियों ने अब उग्र आंदोलन करने का निर्णय लिया है, चूंकि सरकार उनके सब्र की परीक्षा ले रही है। जल्द ही रोडवेज कर्मचारी प्रदेश स्तरीय आंदोलन की शुरुआत करेंगे। इसे 14 सूत्रीय समझौता पत्र लागू होने पर ही खत्म किया जाएगा। रोडवेज के प्रदेशव्यापी चक्का जाम से जनता को होने वाली परेशानी की जिम्मेदार सरकार होगी।

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