हरियाणा के स्कूलों में कार्यरत गेस्ट टीचरों के लिए यह खबर खुश करने वाली है। मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें रेगुलर करने के संकेत दिए हैं। इसके लिए दस साल की सेवा करने वाले कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की रेगुलराइजेशन पालिसी बनाई जाएगी।
गेस्ट टीचरों के प्रतिनिधियों की मंगलवार को मुख्यमंत्री के साथ बैठक थी। बैठक के बाद अमर उजाला से बात करते हुए प्रतिनिधि अरुण मलिक ने बताया कि मुख्यमंत्री ने उनकी मांग पर सकारात्मक रुख अपनाते हुए वादा किया है कि उन्हें रेगुलर किया जाएगा।
मगर इसके लिए दस साल तक की सेवा करने वाले कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने की पालिसी बनाई जा रही है। यह पालिसी गेस्ट टीचरों या कांट्रैक्ट पर लगे टीचरों के लिए नहीं होगी बल्कि दस साल की सेवा वाले कर्मचारियों के लिए सामान्य पालिसी बनाई जाएगी।
उस पालिसी के अनुसार गेस्ट टीचरों को भी
लाभ होगा। मलिक ने बताया कि इससे गेस्ट टीचर संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने दूसरी मांग मानदेय बढ़ाने की स्वीकार की है। हालांकि यह मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा गेस्ट टीचरों को एडजस्टमेंट करने की मांग भी मुख्यमंत्री ने मान ली है। उधर, सरकार की तरफ से गेस्ट टीचरों को दिए आश्वासन की आधिकारिक तौर पर न पुष्टि की और न ही खंडन
लाभ होगा। मलिक ने बताया कि इससे गेस्ट टीचर संतुष्ट हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने दूसरी मांग मानदेय बढ़ाने की स्वीकार की है। हालांकि यह मामूली बढ़ोतरी हो सकती है। इसके अलावा गेस्ट टीचरों को एडजस्टमेंट करने की मांग भी मुख्यमंत्री ने मान ली है। उधर, सरकार की तरफ से गेस्ट टीचरों को दिए आश्वासन की आधिकारिक तौर पर न पुष्टि की और न ही खंडन
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