सीबीएसई ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि नैशनल, स्टेट और सीबीएसई अवॉर्ड पाने वाले टीचर्स को 65 साल तक पढ़ाने का मौका दिया जा सकता है। हालांकि, इस स्कीम का फायदा प्राइवेट स्कूल के टीचर्स को होगा, क्योंकि सरकारी स्कूलों के टीचर्स के लिए फैसला दिल्ली सरकार को करना होता है।
सीबीएसई के सर्कुलर के मुताबिक, जिन-जिन टीचर्स को नैशनल, स्टेट या सीबीएसई अवॉर्ड मिला है, उन्हें 65 साल की उम्र तक पढ़ाने की इजाजत दी जा सकती है। अभी तक अवॉर्ड पाने वाले टीचर्स को 62 साल तक की उम्र तक पढ़ाने की इजाजत थी। स्कूलों में टीचर्स की रिटायरमेंट की एज 60 साल है। प्राइवेट स्कूलों के लिए यही नियम है। सरकारी स्कूलों के टीचर्स को इस सर्कुलर का फायदा नहीं मिलेगा। सरकारी स्कूलों में 60 साल के बाद हर
टीचर को 2 साल की री-एंप्लॉयमेंट मिलती है। दिल्ली में शीला दीक्षित सरकार ने फैसला किया था कि सरकारी स्कूलों में 62 साल के बाद भी टीचर्स को 65 साल तक पढ़ाने का मौका दिया जाएगा और 62 के बाद एक-एक साल तक री-एंप्लॉयमेंट दिया जाएगा। इस फैसले के बारे में नोटिफिकेशन भी हो गया लेकिन यह फैसला लागू नहीं हो पाया। बाल भारती पब्लिक स्कूल, पूसा रोड के प्रिंसिपल एल. वी. सहगल का कहना है कि सीबीएसई के इस फैसले से टीचर्स का सम्मान बढ़ा है। इससे दूसरे टीचर्स को प्रेरणा मिलेगी। गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट ओम सिंह व सेक्रेटरी डी. के. तिवारी का कहना है कि सीबीएसई के नए सर्कुलर से प्राइवेट स्कूलों के टीचर्स को फायदा होगा और यह बेहतर कदम है, लेकिन सरकारी स्कूलों के टीचर्स के लिए जारी किया गया नोटिफिकेशन फाइलों में उलझकर रह गया है। टीचर्स को उस नोटिफिकेशन के जारी होने के बाद काफी उम्मीद जगी थी और शिक्षा निदेशालय ने भी टीचर्स को भरोसा दिलाया था कि जल्द ही यह स्कीम लागू हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
टीचर को 2 साल की री-एंप्लॉयमेंट मिलती है। दिल्ली में शीला दीक्षित सरकार ने फैसला किया था कि सरकारी स्कूलों में 62 साल के बाद भी टीचर्स को 65 साल तक पढ़ाने का मौका दिया जाएगा और 62 के बाद एक-एक साल तक री-एंप्लॉयमेंट दिया जाएगा। इस फैसले के बारे में नोटिफिकेशन भी हो गया लेकिन यह फैसला लागू नहीं हो पाया। बाल भारती पब्लिक स्कूल, पूसा रोड के प्रिंसिपल एल. वी. सहगल का कहना है कि सीबीएसई के इस फैसले से टीचर्स का सम्मान बढ़ा है। इससे दूसरे टीचर्स को प्रेरणा मिलेगी। गवर्नमेंट स्कूल टीचर्स असोसिएशन के प्रेजिडेंट ओम सिंह व सेक्रेटरी डी. के. तिवारी का कहना है कि सीबीएसई के नए सर्कुलर से प्राइवेट स्कूलों के टीचर्स को फायदा होगा और यह बेहतर कदम है, लेकिन सरकारी स्कूलों के टीचर्स के लिए जारी किया गया नोटिफिकेशन फाइलों में उलझकर रह गया है। टीचर्स को उस नोटिफिकेशन के जारी होने के बाद काफी उम्मीद जगी थी और शिक्षा निदेशालय ने भी टीचर्स को भरोसा दिलाया था कि जल्द ही यह स्कीम लागू हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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