सभी स्कूलों के मिड डे मील
खाते में 1000 रूपये आये हें जिनसे
मिड डे मील लोगो व मेन्यु
दिवार पर लिखवाना हें|
सभी साथी मिड डे मील
कि कैश बुक व अन्य
कार्यवाही पूरी रखे |चंड़ीगढ़
कि टीम आई हुई हें वह
किसी भी स्कूल में आ सकती हें | |मिड डे मील वर्कर
को उनका वेतन उनके खाते में
ट्रांसफर करवाए न कि नगद दे |
राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई के साथ कुपोषण का भी शिकार न हो। इसके लिए शिक्षा विभाग ने स्कूलों में विद्यार्थियों को मिलने वाला मिड डे मील (मध्याह्न भोजना योजना) के व्यंजनों में संशोधन किया है। विद्यार्थियों को व्यंजनों में अब प्रोटीन व ऊर्जा भरपूर मात्रा में मिलेगा। स्कूलों में 4 दिन चावल से बने व 2 दिन गेहूं से बने व्यंजन दिए जाएंगे। मिड डे मील में भरवा परांठा, आटे की सेवइयां नहीं दी जाएंगी। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में संशोधित व्यंजन 1 अप्रैल से लागू करने के निर्देश जारी किए हैं। स्कूलों में विद्यार्थियों को
मिलने वाले मिड डे मील में प्रोटीन व ऊर्जा की मात्रा ज्यादा मिलेगी। मिड डे मील में प्रोटीन व ऊर्जा की मात्रा पहले कम मिलती थी। स्कूलों में सप्ताह के 4 दिन चावल से बने व 2 दिन गेहूं से बने व्यंजन दिए जाएंगे। लेकिन कोई भी व्यंजन सप्ताह में दो बार नहीं बनाया जाएगा। ये सभी व्यंजन स्कूल मुखिया की देख रेख में तैयार होंगे। स्कूल मुखिया यह सुनिश्चित करेगा कि व्यंजन में प्रोटीन व ऊर्जा की मात्रा ठीक है या नहीं। प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों को विभाग ने पहले की तरह सब्जियों का पुलाव, पौष्टिक खिचड़ी, दाल और चावल, कड़ी पकौड़ा और चावल, चावल और काला चना या सफेद चना आलू के साथ, मिस्सी रोटी और मौसमी सब्जी, आटे का हलवा और काले चने, रोटी और दाल घीया, मीठा दलिया व गेहूं सोया पूरी और सब्जी मिलती रहेगा। जबकि भरवा परांठा व चावल और राजमा के साथ, रोटी आलू मटर का व्यंजन नहीं दिया जाएगा। प्रोटीन की मात्रा व्यंजनों मे बढ़ाई जाएगी : शर्मा खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि मिड डे मील में प्रोटीन व ऊर्जा की मात्रा व्यंजनों मे बढ़ाई जाएगी। यह योजना एक अप्रैल से लागू हो जाएगी।
राजकीय स्कूलों में विद्यार्थियों की पढ़ाई के साथ कुपोषण का भी शिकार न हो। इसके लिए शिक्षा विभाग ने स्कूलों में विद्यार्थियों को मिलने वाला मिड डे मील (मध्याह्न भोजना योजना) के व्यंजनों में संशोधन किया है। विद्यार्थियों को व्यंजनों में अब प्रोटीन व ऊर्जा भरपूर मात्रा में मिलेगा। स्कूलों में 4 दिन चावल से बने व 2 दिन गेहूं से बने व्यंजन दिए जाएंगे। मिड डे मील में भरवा परांठा, आटे की सेवइयां नहीं दी जाएंगी। शिक्षा विभाग ने स्कूलों में संशोधित व्यंजन 1 अप्रैल से लागू करने के निर्देश जारी किए हैं। स्कूलों में विद्यार्थियों को
मिलने वाले मिड डे मील में प्रोटीन व ऊर्जा की मात्रा ज्यादा मिलेगी। मिड डे मील में प्रोटीन व ऊर्जा की मात्रा पहले कम मिलती थी। स्कूलों में सप्ताह के 4 दिन चावल से बने व 2 दिन गेहूं से बने व्यंजन दिए जाएंगे। लेकिन कोई भी व्यंजन सप्ताह में दो बार नहीं बनाया जाएगा। ये सभी व्यंजन स्कूल मुखिया की देख रेख में तैयार होंगे। स्कूल मुखिया यह सुनिश्चित करेगा कि व्यंजन में प्रोटीन व ऊर्जा की मात्रा ठीक है या नहीं। प्राथमिक स्तर के विद्यार्थियों को विभाग ने पहले की तरह सब्जियों का पुलाव, पौष्टिक खिचड़ी, दाल और चावल, कड़ी पकौड़ा और चावल, चावल और काला चना या सफेद चना आलू के साथ, मिस्सी रोटी और मौसमी सब्जी, आटे का हलवा और काले चने, रोटी और दाल घीया, मीठा दलिया व गेहूं सोया पूरी और सब्जी मिलती रहेगा। जबकि भरवा परांठा व चावल और राजमा के साथ, रोटी आलू मटर का व्यंजन नहीं दिया जाएगा। प्रोटीन की मात्रा व्यंजनों मे बढ़ाई जाएगी : शर्मा खंड शिक्षा अधिकारी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि मिड डे मील में प्रोटीन व ऊर्जा की मात्रा व्यंजनों मे बढ़ाई जाएगी। यह योजना एक अप्रैल से लागू हो जाएगी।
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