दिल्ली
10 अप्रैल को इलेक्शन ड्यूटी में लगाए जाने वाले 93 हजार सरकारी कर्मचारियों के लिए दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय से एक अच्छी खबर आई है। आमतौर पर इलेक्शन ड्यूटी में लगे कर्मचारी या तो वोट डालने से महरूम रह जाते हैं या फिर उन्हें पोस्टल बैलेट के जरिये वोटिंग करनी पड़ती है, लेकिन इसमें इतना झंझट होता है कि कई कर्मचारी वोट ही नहीं डालते। इसी को ध्यान में रखते हुए इस बार सीईओ ऑफिस ने इलेक्शन ड्यूटी में लगे कर्मचारियों के लिए एक नया और खास अरैंजमेंट किया है, जिससे सभी सरकारी
कर्मचारी आसानी से अपना वोट डाल सकेंगे। दिल्ली के अडिशनल सीईओ विश्व मोहन के मुताबिक इलेक्शन ड्यूटी में लगे सरकारी कर्मचारी वोट भी डाल सकें, इसके लिए दो तरह के इंतजामों का प्रावधान है। सरकारी कर्मचारी जिस इलाके का रजिस्टर्ड वोटर है, अगर उसकी ड्यूटी उस इलाके से बाहर किसी अन्य क्षेत्र
में लगती है, तब तो उसे पोस्टल बैलेट का इस्तेमाल करना पड़ता है, लेकिन अगर कर्मचारी की ड्यूटी उसी इलाके में लगती है, जहां का वह वोटर भी है तो ऐसे में इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट यानी ईडीसी के जरिये वह उसी पोलिंग बूथ पर वोट डाल सकता है, जहां उसकी ड्यूटी लगी है। इसके लिए कर्मचारी को फॉर्म 12-ए भरकर अप्लाई करना होगा, जिसके बाद उसका नाम जिस पोलिंग सेंटर की वोटिंग लिस्ट में है, वहां पर उसके नाम के आगे ईडीसी लिख दिया जाएगा और जिस सेंटर पर उसकी ड्यूटी लगी है, वहां ईवीएम का बटन दबाकर वह अपना वोट डाल सकता है।
में लगती है, तब तो उसे पोस्टल बैलेट का इस्तेमाल करना पड़ता है, लेकिन अगर कर्मचारी की ड्यूटी उसी इलाके में लगती है, जहां का वह वोटर भी है तो ऐसे में इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट यानी ईडीसी के जरिये वह उसी पोलिंग बूथ पर वोट डाल सकता है, जहां उसकी ड्यूटी लगी है। इसके लिए कर्मचारी को फॉर्म 12-ए भरकर अप्लाई करना होगा, जिसके बाद उसका नाम जिस पोलिंग सेंटर की वोटिंग लिस्ट में है, वहां पर उसके नाम के आगे ईडीसी लिख दिया जाएगा और जिस सेंटर पर उसकी ड्यूटी लगी है, वहां ईवीएम का बटन दबाकर वह अपना वोट डाल सकता है।
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