करनाल
१६वीं लोकसभा के गठन के लिए 10 अप्रैल को होने वाले मतदान में महिलाओं की भूमिका अहम होगी। यह भूमिका दो रूपों में है। एक ओर जहां लाखों की संख्या में महिला मतदाता अपने वोट के जरिए किसी भी प्रत्याशी का भाग्य वोटिंग मशीन में पुख्ता करेंगी। वहीं मतदान प्रक्रिया को बेहतर तरीके से संपन्न कराने में महिला मतदान कर्मी अहम भूमिका निभाएंगी।
आम चुनाव में पहली बार ऐसा है जब निर्वाचन आयोग ने प्रत्येक बूथ पर कम से कम एक महिला मतदान कर्मी की ड्यूटी अनिवार्य कर दी है। उद्देश्य यह है कि मतदान के लिए आने वाली महिला वोटर बूथ में सिर्फ पुरुष कर्मचारियों की उपस्थिति से किसी तरह खुद को असहज न पाएं। जैसा कि कई बार देखा जाता है। करनाल लोकसभा क्षेत्र में कुल 1548 पोलिंग बूथ हैं। इस प्रकार 1548 महिला मतदान कर्मी तो अनिवार्य हैं हीं। इसके अलावा प्रिसाइडिंग आफिसर सहित अन्य भूमिका में भी महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है। निर्धारित मानक के मुताबिक महिला मतदान कर्मियों को
आरक्षित कोटे में भी रखा जाएगा और जरूरत पडऩे पर इनकी चुनाव ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके लिए गर्वमेंट कॉलेज में आयोजित कार्यशाला में इन महिला चुनाव कर्मियों को तकनीकी एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया है। जिसमें इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन का संचालन, मतदान सामग्री का रखरखाव, पोलिंग पार्टियों तथा मतदाताओं के साथ व्यवहार आदि बिंदु शामिल है। > राजकीय कॉलेज सेक्टर-14 करनाल में महिला कर्मियों को इस बारे में दिया जा चुका है प्रशिक्षण > सभी 1548 बूथों पर महिला कर्मियों की डयूटी पहली बार लगाए जाने की है योजना 7.50 लाख हैं महिला वोटर तैयार किया जा रहा है खाका चुनाव की तैयारियों को निर्वाचन आयोग की मंशा के मुताबिक संपादित किया जा रहा है। 10 अप्रैल को शांतिपूर्ण माहौल में निष्पक्ष मतदान संपन्न कराया जाएगा। इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। बलराज सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी 10 अप्रैल मतदान संपन्न कराने के लिए पोलिंग पार्टियों का खाका तैयार किया जा रहा है। एक बूथ पर एक पोलिंग पार्टी ड्यूटी लगाई जाएगी। जिसमें पीठासीन अधिकारी और मतदान कर्मी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रहेंगे। इस प्रकार एक पोलिंग पार्टी में कुल चार कर्मचारी रहेंगे। कुल 1548 पोलिंग पार्टियां मतदान से एक दिन पूर्व निर्धारित बूथों पर पहुंच जाएंगी। जबकि आयोग के मानक के मुताबिक आरक्षित कोटे में आकस्मिक ड्यूटी के लिए अतिरिक्तपोलिंग पार्टियां जिला मुख्यालय में रखी जाएंगी। करनाल संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 16 लाख 42 हजार 692 हैं। इनमें 7 लाख 50 हजार 473 महिला मतदाता हंै। जाहिर है कि किसी भी प्रत्याशी की किस्मत बदलने में महिला मतदाताओं की भूमिका अहम होगी। पिछले आम चुनाव के मुताबिक महिला मतदाताओं की वोटिंग करीब 58 फीसदी दर्ज की गई थी। आयोग इस बार सत्तर फीसदी तक ले जाने के प्रयास में है। सबसे खास बात यह है कि 10 अप्रैल को होने वाले चुनाव में वोटिंग को लेकर आमजन भी काफी सजग नजर आ रहा है।
आरक्षित कोटे में भी रखा जाएगा और जरूरत पडऩे पर इनकी चुनाव ड्यूटी लगाई जाएगी। इसके लिए गर्वमेंट कॉलेज में आयोजित कार्यशाला में इन महिला चुनाव कर्मियों को तकनीकी एवं व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया है। जिसमें इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन का संचालन, मतदान सामग्री का रखरखाव, पोलिंग पार्टियों तथा मतदाताओं के साथ व्यवहार आदि बिंदु शामिल है। > राजकीय कॉलेज सेक्टर-14 करनाल में महिला कर्मियों को इस बारे में दिया जा चुका है प्रशिक्षण > सभी 1548 बूथों पर महिला कर्मियों की डयूटी पहली बार लगाए जाने की है योजना 7.50 लाख हैं महिला वोटर तैयार किया जा रहा है खाका चुनाव की तैयारियों को निर्वाचन आयोग की मंशा के मुताबिक संपादित किया जा रहा है। 10 अप्रैल को शांतिपूर्ण माहौल में निष्पक्ष मतदान संपन्न कराया जाएगा। इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। बलराज सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी 10 अप्रैल मतदान संपन्न कराने के लिए पोलिंग पार्टियों का खाका तैयार किया जा रहा है। एक बूथ पर एक पोलिंग पार्टी ड्यूटी लगाई जाएगी। जिसमें पीठासीन अधिकारी और मतदान कर्मी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय रहेंगे। इस प्रकार एक पोलिंग पार्टी में कुल चार कर्मचारी रहेंगे। कुल 1548 पोलिंग पार्टियां मतदान से एक दिन पूर्व निर्धारित बूथों पर पहुंच जाएंगी। जबकि आयोग के मानक के मुताबिक आरक्षित कोटे में आकस्मिक ड्यूटी के लिए अतिरिक्तपोलिंग पार्टियां जिला मुख्यालय में रखी जाएंगी। करनाल संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 16 लाख 42 हजार 692 हैं। इनमें 7 लाख 50 हजार 473 महिला मतदाता हंै। जाहिर है कि किसी भी प्रत्याशी की किस्मत बदलने में महिला मतदाताओं की भूमिका अहम होगी। पिछले आम चुनाव के मुताबिक महिला मतदाताओं की वोटिंग करीब 58 फीसदी दर्ज की गई थी। आयोग इस बार सत्तर फीसदी तक ले जाने के प्रयास में है। सबसे खास बात यह है कि 10 अप्रैल को होने वाले चुनाव में वोटिंग को लेकर आमजन भी काफी सजग नजर आ रहा है।
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