Sunday, March 30, 2014

AB STUDENTS KI ATTENDENCE ME DOT NAHI CHALEGA

MDM - टीचर रजिस्टर में बच्चे के नाम के सामने बिंदू लगाकर मिड डे मील राशन में गड़बड़ी नहीं कर पाएंगे। अगर बच्चा स्कूल में अनुपस्थित है तो रजिस्टर में सिर्फ बिंदू यानि डॉट लगाने से काम नहीं चलेगा। बिंदू की जगह टीचर को 'ए' यानि अबसेंट लिखना होगा। वह भी स्कूल लगने के 10 मिनट के भीतर। अगर किसी रजिस्टर में बिंदू लगा मिला तो उसका खामियाजा टीचर व प्रिंसिपल दोनों को भुगतना पड़ेगा। पहले कई दिन तक बिंदू लगा रहता था : सरकारी स्कूलों में वैसे तो प्रतिदिन बच्चों की हाजिरी लगती है। लेकिन जो बच्चे अनुपस्थित रहते हैं उनके नाम के आगे 'ए' यानि अबसेंट नहीं लिखा जाता। टीचर सिर्फ बिंदू लगाकर छोड़ देते हैं। यह बिंदू कई दिन तक ऐसे ही लगा रहता था। कई टीचर महीने के अंत में बिंदू की जगह ए या पी लगाते हैं। ऐसे करते हैं गड़बड़ी सरकारी स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा तक के बच्चों को दोपहर में मिड डे मील का भोजन बनाकर दिया जाता है। इस राशन का सारा रिकार्ड स्कूल के इंचार्ज पर होता है। कितना राशन आया, खरीदा गया, पकाया गया आदि सब इसमें शामिल हैं, लेकिन कुछ टीचर इसमें गड़बड़ी भी करते हैं। दोपहर का भोजन बच्चों की संख्या के हिसाब से बनता है। जैसे एक कक्षा में 50 स्टूडेंट्स हैं, लेकिन जो बच्चे अनुपस्थित
रहते हैं टीचर रजिस्टर में उनके नाम के आगे बिंदू लगा देते हैं। अगर 10 बच्चे अनुपस्थित हैं तब भी उनके रिकार्ड में राशन चढ़ा दिया जाता है। यानि 10 बच्चों के राशन में गड़बड़ी कर दी जाती है। प्रतिदिन स्कूलों में अनुपस्थित रहने वाले ऐसे बच्चों की संख्या हजारों में होती है। मिड डे मील राशन में गड़बड़ी की शिकायतें अधिकारियों के पास पहुंच रही हैं। डेली हिसाब-किताब रखना होगा प्रतिदिन कितने बच्चे आ रहे हैं और कितने बच्चों का मिड डे मील बन रहा है, इन सभी का रिकॉर्ड टीचर या स्कूल इंचार्ज को प्रतिदिन रजिस्टर में लिखना होगा। ताकि अनुपस्थित बच्चों का राशन अगले माह में एडजस्ट किया जा सके। छात्र अनुपस्थित क्यों है यह भी बताना होगा। उपस्थित बच्चों की राशि व मंथली रिपोर्ट खंड शिक्षा अधिकारी को भेजनी होगी। बीईओ इसे डीईओ व एक कॉपी डीपीओ को भेजेंगे। : बच्चा स्कूल न आने पर लिखना होगा 'ए' : मिड डे मील राशन में गड़बड़ी रोकने का फॉर्मूला 982 स्कूलों में बनता है भोजना 10 मिनट में लगानी होगी हाजिरी मिड डे मील का भोजन दोपहर के समय जिले के 982 राजकीय स्कूलों में बनता है। इन स्कूलों में करीब 1.10 लाख स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। जिले में 632 प्राइमरी, 238 मिडल, 62 हाई व 50 सेकेंडरी स्कूल हैं। अगर कोई स्टूडेंट स्कूल में नहीं आया तो अब बिंदू नहीं लगेगा। स्कूल लगने के 10 मिनट के भीतर रजिस्टर में स्टूडेंट के नाम के आगे ए या पी लिखना होगा। ताकि बच्चों की संख्या के हिसाब से राशन बनाया जा सके। सभी स्कूलों को नोटिस दिया गया अब स्कूल लगने के 10 मिनट में रजिस्टर में बच्चों की अनुपस्थिति लगानी होगी। टीचर रजिस्टर में बिंदू लगाकर छोड़ देते हैं इससे राशन में गड़बड़ी की आशंका रहती है। अब डेली रिपोर्ट तैयार करनी होगी जिसके लिए सभी स्कूलों को नोटिस जारी कर दिया है। डॉ. परमजीत शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी

No comments:

Post a Comment