Wednesday, January 8, 2014

JIMEDARI SE KAAM KARE ADYAPAK:EM HARYANA

चंडीगढ़, 7 जनवरी (ट्रिन्यू) हरियाणा के अतिथि अध्यापकों के आंदोलन पर सरकार ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए इन शिक्षकों को जिम्मेदारी के साथ अपनी ड्यूटी करने की नसीहत दी है। राज्य की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने दो-टूक कहा है कि बातचीत के लिए सरकार के दरवाजे सदैव खुले हैं। हाल ही में अतिथि अध्यापकों के वेतन में की गई 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी का उल्लेख करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है, ऐसे में सरकार भी कोई फैसला लेने में असमर्थ है। याद रहे कि अतिथि अध्यापकों द्वारा लंबे समय से यह मांग की जा रही है कि उन्हें नियमित किया जाए। इस मुद्दे को लेकर अतिथि अध्यापक पहले भी आंदोलन कर चुके हैं और इन दिनों भी वे सरकार के खिलाफ गुस्से में हैं। वहीं दूसरा पहलू यह है कि हरियाणा के वे पात्र शिक्षक अतिथि अध्यापकों को बनाए रखने के विरोध में हैं, जिन्होंने सरकार द्वारा निर्धारित की गई अध्यापक पात्रता परीक्षा को पास किया हुआ है। कुल मिलाकर सरकार के सामने दुविधा की स्थिति है। अतिथि
अध्यापकों के हक में कोई फैसला होता है तो पात्र शिक्षक नाराज होते हैं और अगर अतिथि अध्यापकों को सुविधाएं नहीं मिलती तो सरकार को उनकी नाराज़गी झेलनी पड़ती है। उल्लेखनीय है कि 2005 में सत्ता में आने के बाद हुड्डा सरकार ने शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए वैकल्पिक बंदोबस्त के रूप में अनुबंध आधार पर 16 हजार से अधिक अतिथि अध्यापकों की भर्ती की थी। विशेष बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा कि अतिथि अध्यापकों के वेतन में इजाफा किया गया है। साथ ही, यह भी फैसला लिया गया है कि जिस जगह पर गेस्ट टीचर कार्यरत है, उसे रिक्त नहीं माना जाएगा। किन्हीं कारणों से अगर गेस्ट टीचर के विरुद्ध कोई तबादला होता है तो गेस्ट टीचर को भी हाथों-हाथ दूसरे स्कूल में ज्वाइन करवाया जाएगा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिन पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया चल रही है, उन्हें भरने के बाद आगे भी यह बोर्ड भर्ती प्रक्रिया जारी रखेगा। शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद शिक्षकों के पद बढ़े हैं। वहीं शिक्षक सेवानिवृत्त भी हो रहे हैं, ऐसे में इन पदों पर आगे भी भर्ती जारी रहेगी। जेबीटी भर्ती के परिणामों के बारे में पूछने पर शिक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि मार्च महीने तक जेबीटी शिक्षक भर्ती के परिणाम घोषित हो सकते हैं। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त शिक्षकों की सेवाएं सरकार आगे भी लेती रहेगी। उन्होंने तर्क दिया कि शैक्षिक सत्र के बीच में शिक्षकों को रिटायर करने से विद्याॢथयों की पढ़ाई प्रभावित होती है। ऐसे में सरकार ने फैसला लिया है कि सत्र के बीच में कोई भी शिक्षक सेवानिवृत्त नहीं होगा। छुट्टियां में स्कूल खोलने की होगी जांच : शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने कहा कि सॢदयों की छुट्टियों के दौरान स्कूल खोलने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। जब उनसे पूछा गया कि रोहतक में मॉडल स्कूल को सरकार के आदेशों के बाद खोला जा रहा है तो उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच करवाई जाएगी। जिला उपायुक्तों को यह जिम्मेदारी दी गई है। याद रहे कि रोहतक में मॉडल स्कूल जिला उपायुक्त की ही देखरेख में काम करता है। सरकार ने पहली जनवरी से 12 जनवरी तक स्कूलों का अवकाश घोषित किया हुआ है। 13 जनवरी (सोमवार) को स्कूल खुलेंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अगर मौसम खराब रहता है और सर्दी अधिक होती है तो इन छुट्टियों को बढ़ाया भी जा सकता है। नेत्रहीनों की समस्याओं का होगा समाधान : नेत्रहीनों द्वारा सरकारी नौकरियों में बैकलॉग को पूरा करने सहित अन्य मांगों पर सकारात्मक कदम उठाने का भरोसा शिक्षा मंत्री ने दिया है।

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