हिसार : कॉलेज में पढ़ने वाले
छात्रों की डगर और कठिन हो गई है।
शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने अपने
58 साल पुराने फैसले को बदल
दिया है। इस महत्वपूर्ण फैसले के
अंतर्गत अब छात्रों को पास होने के
लिए कम से कम 40 प्रतिशत अंक
चाहिए। ये आदेश इसी वर्ष से लागू
हो रहे हैं। यह नंबर आंतरिक व
बाहरी दोनों परीक्षा के मिलाकर लेने
होंगे।
अभी तक कॉलेज में छात्र को पास
होने के लिए 35 प्रतिशत अंक चाहिए
थे। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के
अंतर्गत प्रदेश में करीब तीन
सौ कॉलेज हैं। इसमें ग्रेजुएशन और
पोस्ट ग्रेजुएशन
की डिग्री छात्रों की दी जाती है। इस
वर्ष लाखों छात्रों के विश्वविद्यालय
की तरफ से दाखिले किए गए थे। अब
शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए
विश्वविद्यालय ने यह कदम
बढ़ाया है। संयुक्त पंजाब में वर्ष
1956 में कुवि की स्थापना हुई।
अलग हरियाणा बनने के बाद यह
प्रदेश का विश्वविद्यालय बन गया।
उस
समय से ही विश्वविद्यालय में पास होने के लिए 35 प्रतिशत अंक चाहिए थे। अब इसे बढ़ाकर 40 प्रतिशत कर दिया गया है। यह आदेश स्नातक व स्नातकोत्तर दोनों पर लागू किया गया है। विवि से आए आदेश जाट कॉलेज के प्राचार्य आइएस लाखलान ने बताया कि उनके पास विश्वविद्यालय की तरफ से आदेश आ गए हैं। अब पास होने के लिए छात्र को 40 प्रतिशत अंक चाहिए। ये आदेश प्रथम वर्ष से ही लागू कर दिए गए हैं। इसमें जो परीक्षाएं प्रथम वर्ष की चल रही हैं या फिर आगे होंगी उन पर लागू होगा। कुवि की तरफ से आंतरिक परीक्षा 20 अंक व बाहरी 80 अंकों की होती है। ऐसे में पास होने के लिए दोनों मिलाकर चालीस प्रतिशत अंक होने चाहिए। पुराने सेमेस्टर पर नहीं असर विश्वविद्यालय की तरफ से जारी आदेश में यह स्पष्ट किया गया है चालीस प्रतिशत अंक का नियम प्रथम वर्ष की परीक्षाओं पर लागू होगा। अभी तृतीय और पांचवें समेस्टर की परीक्षा भी चल रही हैं। यह नियम उन पर लागू नहीं होगा।
समय से ही विश्वविद्यालय में पास होने के लिए 35 प्रतिशत अंक चाहिए थे। अब इसे बढ़ाकर 40 प्रतिशत कर दिया गया है। यह आदेश स्नातक व स्नातकोत्तर दोनों पर लागू किया गया है। विवि से आए आदेश जाट कॉलेज के प्राचार्य आइएस लाखलान ने बताया कि उनके पास विश्वविद्यालय की तरफ से आदेश आ गए हैं। अब पास होने के लिए छात्र को 40 प्रतिशत अंक चाहिए। ये आदेश प्रथम वर्ष से ही लागू कर दिए गए हैं। इसमें जो परीक्षाएं प्रथम वर्ष की चल रही हैं या फिर आगे होंगी उन पर लागू होगा। कुवि की तरफ से आंतरिक परीक्षा 20 अंक व बाहरी 80 अंकों की होती है। ऐसे में पास होने के लिए दोनों मिलाकर चालीस प्रतिशत अंक होने चाहिए। पुराने सेमेस्टर पर नहीं असर विश्वविद्यालय की तरफ से जारी आदेश में यह स्पष्ट किया गया है चालीस प्रतिशत अंक का नियम प्रथम वर्ष की परीक्षाओं पर लागू होगा। अभी तृतीय और पांचवें समेस्टर की परीक्षा भी चल रही हैं। यह नियम उन पर लागू नहीं होगा।
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