चंडीगढ़ त्न सरकारी कर्मचारी का दर्जा पाने की उम्मीद लगा रही आंगनबाड़ी वर्करों, हेल्परों व मिनी आंगनबाड़ी वर्करों को सेवानिवृति की उम्र बढऩे की घोषणा पर ही संतोष करना पड़ा। अब ये 60 की बजाय 65 वर्ष की उम्र में रिटायर होंगी। गुरुवार को चंडीगढ़ में हुए महिला सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की इस घोषणा से सरकारी खजाने पर कोई बोझ नहीं पड़ेगा। बहरहाल प्रदेश में 25,962 आंगनबाड़ी केंद्रों में 51 हजार से ज्यादा
वर्कर व हेल्पर हैं। 10 नवंबर को गोहाना रैली में सीएम ने आंगनबाड़ी वर्कर का मानदेय 7,500 व हेल्पर का 3,500 रुपए करने की घोषणा की थी।
आंगनबाडिय़ों में पैक्ड फूड की तैयारी
महिला एवं बाल विकास विभाग की प्रधान सचिव शशि गुलाटी ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में 'रेडी टू इट, रेडी टू कुक' योजना के तहत बच्चों को पैक्ड फूड मिलेगा। इसके लिए टेंडर जारी किए जा चुके हैं। अभी केंद्रों पर भी भोजन पकाया जाता है। महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को भोजन पकाने के बाद मेहनताना मिलता है।
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