रोहतक : राज्य सरकार द्वारा मांगे गए सहायक प्रोफेसर पद के आवेदनों में पीएचडी धारकों को अपात्र
किए जाने से मामला गरमा गया है।
भविष्य पर तलवार लटकती देख
प्रदेश के हजारों पीएचडी धारकों ने
सरकार के निर्णय को कोर्ट में
चुनौती देने की तैयारी कर ली है। इस
संदर्भ में प्रदेश की पीएचडी छात्र
एसोसिएशन की रोहतक के मानसरोवर
पार्क में 2 फरवरी को बैठक बुलाई
गई है। इसमें आगामी आंदोलन
की रूपरेखा तैयार की जाएगी। राज्य
लोक सेवा आयोग
द्वारा महाविद्यालयों में सहायक
प्रोफेसर पद के लिए बीती 24
जनवरी को विज्ञापन
जारी किया गया है। इन पदों के लिए
आवेदन करने की अंतिम तिथि 19 फरवरी है। महाविद्यालयों में सहायक प्रोफेसर की भर्ती को लेकर
पीएचडी की डिग्री हासिल किए हजारों युवाओं में खुशी लहर दौड़ गई थी। लेकिन जब उन्होंने भर्ती के मापदंडों की जानकारी हासिल की तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई।
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