हिसार। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में नए सत्र से एमएससी
एग्रीकल्चर के विभिन्न कोर्सों में इंट्रेंस एग्जाम के बाद ही एडमिशन
हो सकेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन एमएससी एग्रीकल्चर के
विभिन्न कोर्सों में मेरिट के आधार पर होने वाली प्रवेश प्रक्रिया
बदलकर नए सत्र से इंट्रेंस एग्जाम शुरू करने जा रहा है। प्रदेश के एकमात्र
कृषि विश्वविद्यालय में दूर-दराज से विद्यार्थी पढ़ाई के लिए आते
हैं। एडमिशन में पारदर्शिता के लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन नए सत्र
से प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव करने जा रहा है।
दरअसल, एमएससी एग्रीकल्चर के विभिन्न कोर्सों में अभी तक मेरिट
के आधार पर ही एडमिशन होता था। इंट्रेंस एग्जाम का कोई
प्रावधान नहीं था, लेकिन इस बार विद्यार्थियों को इंट्रेंस
एग्जाम देना होगा। इंट्रेंस एग्जाम में पास होने वाले
विद्यार्थियों की
मेरिट तैयार की जाएगी, जिसके बाद ही विद्यार्थी का एडमिशन होगा। एडमिशन में इस बदलाव के लिए शुरुआती चरण की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कुछ प्रक्रिया बाकी है, जिन्हें भी नए सत्र से पहले शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। इंट्रेंस एग्जाम से योग्यता को परखा जाएगा विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इंट्रेंस एग्जाम से एडमिशन में पारदर्शिता आएगी और इसके साथ-साथ पढ़ाई की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। इंट्रेंस एग्जाम से विद्यार्थियों का बौद्धिक स्तर से लेकर उनकी योग्यता तक को परखा जा सकेगा। इन कोर्सों के लिए हो सकता है इंट्रेंस प्रक्रिया एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स, एग्रोनॉमी, एंटोमालॉजी, एक्सटेंशन एजुकेशन, हॉर्टीकल्चर, नेमाटोलॉजी, जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रिडिंग, प्लांट पैथोलॉजी, सीड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, स्वायल साइंस, वेजिटेबल साइंस, एग्री मिटीरियोलॉजी और फोरस्ट्री कोर्स में दाखिले के लिए विद्यार्थी को नए सत्र से इंट्रेंस एग्जाम देना पड़ सकता है। अभी तक एमएससी के इन कोर्सों में है इंट्रेंस बेसिक साइंस की बात करें तो वर्ष 2013-14 में फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मोलिक्युलर बॉयोलॉजी एंड बॉयोटेक्नोलॉजी अौर एमएससी बायो इनफाॅर मेटिक्स में इंट्रेंस एग्जाम के तहत एडमिशन होता था। वर्ष 2014-15 में केमेस्ट्री, बायोकेमेस्ट्री, प्लांट फिजियोलॉजी, माइक्रो बॉयोलॉजी और जूलॉजी में भी एडमिशन के लिए इंट्रेंस एग्जाम शुरू किया गया था। प्रक्रिया चल रही है 'एमएससी एग्रीकल्चर के विभिन्न कोर्सों में इंट्रेंस एग्जाम से एडमिशन शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। जल्दी ही प्रक्रिया पूरी कर विद्यार्थियों को इसकी जानकारी दे दी जाएगी।' डॉ. एमएस दहिया, रजिस्ट्रार एचएय
मेरिट तैयार की जाएगी, जिसके बाद ही विद्यार्थी का एडमिशन होगा। एडमिशन में इस बदलाव के लिए शुरुआती चरण की सभी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। कुछ प्रक्रिया बाकी है, जिन्हें भी नए सत्र से पहले शीघ्र ही पूरा कर लिया जाएगा। इंट्रेंस एग्जाम से योग्यता को परखा जाएगा विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इंट्रेंस एग्जाम से एडमिशन में पारदर्शिता आएगी और इसके साथ-साथ पढ़ाई की गुणवत्ता में भी सुधार होगा। इंट्रेंस एग्जाम से विद्यार्थियों का बौद्धिक स्तर से लेकर उनकी योग्यता तक को परखा जा सकेगा। इन कोर्सों के लिए हो सकता है इंट्रेंस प्रक्रिया एग्रीकल्चर इकोनॉमिक्स, एग्रोनॉमी, एंटोमालॉजी, एक्सटेंशन एजुकेशन, हॉर्टीकल्चर, नेमाटोलॉजी, जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रिडिंग, प्लांट पैथोलॉजी, सीड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, स्वायल साइंस, वेजिटेबल साइंस, एग्री मिटीरियोलॉजी और फोरस्ट्री कोर्स में दाखिले के लिए विद्यार्थी को नए सत्र से इंट्रेंस एग्जाम देना पड़ सकता है। अभी तक एमएससी के इन कोर्सों में है इंट्रेंस बेसिक साइंस की बात करें तो वर्ष 2013-14 में फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मोलिक्युलर बॉयोलॉजी एंड बॉयोटेक्नोलॉजी अौर एमएससी बायो इनफाॅर मेटिक्स में इंट्रेंस एग्जाम के तहत एडमिशन होता था। वर्ष 2014-15 में केमेस्ट्री, बायोकेमेस्ट्री, प्लांट फिजियोलॉजी, माइक्रो बॉयोलॉजी और जूलॉजी में भी एडमिशन के लिए इंट्रेंस एग्जाम शुरू किया गया था। प्रक्रिया चल रही है 'एमएससी एग्रीकल्चर के विभिन्न कोर्सों में इंट्रेंस एग्जाम से एडमिशन शुरू करने की प्रक्रिया चल रही है। जल्दी ही प्रक्रिया पूरी कर विद्यार्थियों को इसकी जानकारी दे दी जाएगी।' डॉ. एमएस दहिया, रजिस्ट्रार एचएय
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