राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : पीजीटी (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर्स) के खाली पदों पर सीधी भर्ती का विरोध कर रहे टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर्स) की मुराद स्कूल शिक्षा विभाग जल्द पूरी करने के मूड में है। विभाग ने टीजीटी को पदोन्नत कर प्रमोशन कोटे के खाली पड़े साढ़े सात हजार पीजीटी के पद भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पदोन्नति के लिए पात्र शिक्षकों से दोबारा आवेदन मांगे गए हैं। पूर्व में काफी शिक्षकों के आवेदन न करने से मामला अटक गया था।1शिक्षकों के रुचि न दिखाने से विभाग ने सभी पद सीधी भर्ती से भरने के संकेत दिए थे। इससे टीजीटी के पैरों तले जमीन खिसक गई और उन्होंने सीधी भर्ती के विरोध में झंडा बुलंद कर दिया। शिक्षा मंत्री और स्कूल शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव को शिकायत पत्र भी भेजे। इसे देखते हुए विभाग ने प्रमोशन कोटे के पीजीटी पद
टीजीटी से ही भरने का निर्णय लिया है। साथ ही मौलिक स्कूल मुख्य अध्यापकों के पद भरने व द्वितीय श्रेणी का दर्जा देने को लेकर भी कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश मलिक ने बताया कि पदोन्नति व सीधी भर्ती में एक समान सिद्धांत को अपनाते हुए विभाग पीजीटी पदों पर अध्यापन विषय की शर्त भी हटा सकता है। चूंकि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीसी गुप्ता को उन्होंने उच्च न्यायालय के आदेश की प्रति मुहैया करा दी है। प्रतिनिधिमंडल जल्द ही इसी सप्ताह शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा से मिलेगा।
टीजीटी से ही भरने का निर्णय लिया है। साथ ही मौलिक स्कूल मुख्य अध्यापकों के पद भरने व द्वितीय श्रेणी का दर्जा देने को लेकर भी कार्रवाई की जा रही है। हरियाणा मास्टर वर्ग एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश मलिक ने बताया कि पदोन्नति व सीधी भर्ती में एक समान सिद्धांत को अपनाते हुए विभाग पीजीटी पदों पर अध्यापन विषय की शर्त भी हटा सकता है। चूंकि विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीसी गुप्ता को उन्होंने उच्च न्यायालय के आदेश की प्रति मुहैया करा दी है। प्रतिनिधिमंडल जल्द ही इसी सप्ताह शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा से मिलेगा।
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