Monday, April 20, 2015

Sports - कोचों को मिलेंगे फ्री टैबलेट और इंटरनेट कनेक्शन

 जागरण संवाददाता, अंबाला : प्रदेश के सभी कोच और स्टेडियमों को नया तोहफा दिया जाएगा। कोचों को जहां विभाग की ओर से टैबलेट तो स्टेडियमों में हर प्रकार की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए तीसरी आंख कहे जाने वाले सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना खेल निदेशालय की ओर से योजना तैयार कर ली गई है। बाकायदा निदेशालय की ओर से इसके लिए एक बजट की रूपरेखा तैयार कर ली है। खेल विभाग के मंत्री ने योजना को मंजूरी दे चुके हैं। खेल विभाग की ओर से प्रदेश के सभी कोचों को टैबलेट देने के लिए योजना है। प्रदेश में कुल कोच करीब 1180 है जो अलग-अलग खेलों से संबंधित है। इन कोचों को टैबलेट दिए जाने के साथ-साथ इंटरनेट कनेक्शन भी दिया जाएगा। टैबलेट दिए जाने का मुख्य मकसद विभाग का स्टेडियमों में चलने वाले खेलों के बारे आलाधिकारियों को मिनट टू मिनट हर प्रकार की जानकारी अपडेट करना है। स्टेडियम में कोई भी खेल या अन्य कोई प्रोग्राम होता है तो उसकी जानकारी भी कोच को अपने टैबलेट के जरिए आलाधिकारियों को दिखानी होगी। सूत्रों के मुताबिक विभाग ने पूरी योजना तैयार करके खेल
मंत्री अनिल विज के पास भेजी थी जिसे मंत्रीजी मंजूरी भी दे चुके है। सूत्रों के मुताबिक मंजूरी मिलते ही विभाग की ओर से कोचों को टैबलेट देने के लिए एक प्राइवेट कंपनी को इसका ऑर्डर भी दिया जा चुका है। इसका कुल बजट करोड़ों में है और बजट जारी भी किया जा चुका है। ऐसे में जल्द ही सभी कोचों को उनके प्रयोग के लिए टैबलेट और इंटरनेट कनेक्शन दिए जाएंगे। अधिकारी देख सकेंगे लाइव स्टेडियम प्रदेश के सभी कोचों को टैबलेट दिए जाने के साथ ही उसे प्रयोग करने के लिए एक सेंट्रल कोड और एक अलग से नया कोड दिया जाएगा। इसके जरिए अधिकारी और खेल विभाग मंत्री सिर्फ एक क्लिक से स्टेडियम में होने वाली हर प्रकार की गतिविधियों पर नजर रख सकेंगे। टैबलेट के साथ एक स्टैंड दिया जाएगा, जिस पर टैबलेट के माध्यम से कोच मैदान में होने वाली गतिविधियों से अधिकारियों को लाइव दिखा सकेंगे। कोचों को एक स्टैंड भी दिया जाएगा। स्टेडियम में होने वाले खेल या अन्य कार्यक्रम को लाइव दिखाने के लिए कोच का स्टेडियम में होना जरूरी होगा। लगाई जाएगी तीसरी आंख वहीं दूसरी ओर टैबलेट के साथ ही खेल विभाग की ओर से प्रदेश के सभी खेल स्टेडियमों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की योजना भी तैयार की जा रही है। एक-एक स्टेडियम में दर्जन से अधिक कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरे लगाए जाने का मुख्य मकसद स्टेडियम में होने वाली हर प्रकार की गतिविधियों पर नजर रखना है। ऐसे में जो लोग स्टेडियम या विभाग में काम नहीं करते है उन पर नजर रखी जाएगी। अभी तक कोई भी ऐसा एक स्टेडियम नहीं है जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हो। खेलों में आएगी पारदर्शिता खेल मंत्री अनिल विज से बात की गई तो उनका कहना है कि इस योजना का शुभारंभ नई खेल नीति के तहत ही किया जा रहा है। इस योजना के तहत खेल स्टेडियमों में नजर रखी जा सकेगी और खेलों में भी पहले से अधिक पारदर्शिता आएगी।

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