Monday, April 20, 2015

सिर्फ परीक्षा से मिलेगी नियुक्ति!

अजमेर सरकारी सेवा में चयन के लिए होने वाली साक्षात्कार प्रक्रिया का महत्व अब संभवत: गौण हो जाएगा। किसी भी नियुक्ति के लिए लिखित परीक्षा के अंक ही मुख्य आधार होंगे। बदलाव की यह कवायद शुरू हो गई है। संभवत: कॉलेज व्याख्याता प्रतियोगी परीक्षा में इसको प्रायोगिक तौर पर लागू किया जा सकता है। इसमें कामयाबी मिली तो अन्य परीक्षाओं में यही प्रक्रिया अपनाई जाएगी। राजस्थान लोक सेवा आयोग ने कॉलेज व्याख्याता परीक्षा 2014 के लिए आवेदन भरवाए हैं। इसे एक पखवाड़ा बीत चुका है। आयोग अब तक इसका पाठयक्रम जारी नहीं कर पाया है। यह माना जा रहा है कि सरकार चयन के लिए होने वाली साक्षात्कार प्रक्रिया में बदलाव की इच्छुक है। इन्हीं कारणों के चलते पाठ्यक्रम अटका हुआ है। आयोग ने गत 12 जनवरी को कॉलेज व्याख्याता के लिए 1058 पदों के लिए रिक्तियां निकालीं। एकेडमिक अंक योग्यता का आधार नया
बदलाव लागू हुआ तो चयन का आधार केवल मात्र साक्षात्कार के अंक नहीं होंगे। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट पहले ही निर्देशित कर चुका है। आयोग अब तक पुराने पैटर्न से साक्षात्कार के बाद चयन प्रक्रिया का अंजाम दे रहा है। जबकि सुप्रीम कोर्ट के अनुसार अभ्यर्थी के लिखित परीक्षा में 87.5 प्रतिशत व साक्षात्कार के 12.5 प्रतिशत जोडऩे होंगे। ये है प्रक्रिया सामान्यत: सेवा नियमों में बदलाव के लिए कार्मिक विभाग को सुझाव भेजे जाते हैं। कार्मिक विभाग आरपीएससी से राय मांगता है। उसके बाद दुबारा विभाग के पास टिप्पणी जाती है। तदानुसार सेवा नियमों में बदलाव किए जाते हैं। अन्यथा सीधे केबिनेट से मंजूरी करवा कर नियमों में संशोधन किया जाता है। फिलहाल आयोग के पास इस संबंध में कोई निर्देश नहीं है। आयोग मौजूदा पुरानी प्रक्रिया से ही परीक्षा आयोजन व पाठ्यक्रम तैयारी कर रहा है। इनका कहना है कि कॉलेज व्याख्याता परीक्षा नई पद्धति से लिया जाना प्रस्तावित है। नियमों में जल्द ही संशोधन किए जाएंगे। प्रक्रिया जारी है। उमा प्रधान, संयुक्त निदेशक (प्रशासन) कॉलेज शिक्षा

No comments:

Post a Comment