ब्यूरो रविवार, 5 अप्रैल 2015
अमर उजाला, लखनऊ
अलग-अलग चल रही है तैयारी
सूबे में चकबंदी लेखपाल व राजस्व लेखपाल की भर्तियां अलग-अलग होंगी। राजस्व लेखपालों की भर्ती राजस्व परिषद के निर्देशन में जिलाधिकारी कराएंगे तो चकबंदी लेखपालों की भर्ती अधीनस्थ सेवा चयन आयोग कराएगा।
समूह ‘ग’ के लिए अधीनस्थ चयन आयोग बनाने से पहले दोनों संवर्गों के लिए भर्तियों की व्यवस्था एक करने की योजना थी। बहरहाल दोनों संवर्गों के लेखपालों के खाली करीब 10 हजार पदों के लिए विज्ञापन निकालने की अलग-अलग तैयारी चल रही है।
प्रदेश में राजस्व लेखपाल के 7000 से ज्यादा और चकबंदी लेखपाल के 2674 पद काफी समय से खाली चल रहे हैं। दोनों संवर्ग के लेखपालों की भर्ती की अलग-अलग नियमावली है।
सरकार ने इन
भर्तियों के लिए दोनों ही नियमावली में संशोधन कर चयन प्रक्रिया को समान बनाया। चकबंदी लेखपाल की भर्ती के लिए पुरानी नियमावली में चयन के लिए 100 अंकों की परीक्षा में 60 नंबर लिखित तो 40 अंक इंटरव्यू के होते थे। वहीं, राजस्व लेखपाल की भर्ती के लिए 90 नंबर की लिखित परीक्षा और 10 नंबर का इंटरव्यू था। सरकार ने इस तरह किये थे बदलाव सरकार ने दोनों की ही चयन प्रक्रिया में बदलाव कर 80 नंबर की लिखित परीक्षा और 20 नंबर का इंटरव्यू कर दिया। नियमावली में बदलाव के बीच समूह ‘ग’ की भर्ती के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग बना दिया गया। लेकिन राजस्व लेखपाल की भर्ती राजस्व परिषद के निर्देशन में जिलाधिकारियों के स्तर पर ही कराने का फैसला हुआ। परिषद ने अपनी भूमिका एजेंसी चयन तक सीमित कर ली है। 11 एजेंसियां आईं सामने राजस्व परिषद ने एजेंसी चयन के लिए आवेदन मांगे तो 11 एजेंसियां आगे आईं। इन्हीं में से एक एजेंसी का चयन किया जाएगा। यह एजेंसी लेखपाल के लिए आवेदन से लेकर चयन पूरा कराने में जिलाधिकारियों की मदद करेंगी। टेंडर डाक्युमेंट अप्रूव करने के लिए शासन को भेजा राजस्व लेखपाल का काडर जिले स्तर का है, ऐसे में इनकी भर्तियां जिलाधिकारी करेंगे। जिलाधिकारियों की मदद के लिए एजेंसी के चयन के लिए कार्यवाही चल रही है। टेंडर डॉक्यूमेंट अप्रूव्ड करने के लिए शासन को भेजा गया है। राजस्व परिषद के आयुक्त व सचिव आलोक कुमार का कहना है कि डॉक्यूमेंट अप्रूव्ड होते ही एजेंसी का चयन कर जिलाधिकारियों को जानकारी दे दी जाएगी। इसके बाद चयन की पूरी कार्यवाही डीएम ही करेंगे। आवेदन ऑनलाइन लिए जाएंगे और आवेदक किसी एक जिले के लिए ही आवेदन कर सकेगा। मेरिट जिला स्तर की होगी। जिले की मेरिट के हिसाब से ही आवेदक का चयन होगा। वहीं, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष राज किशोर यादव का कहना है कि चकबंदी लेखपाल के खाली पदों का ब्यौरा मिल चुका है। आयोग इसी महीने इन पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकालने की तैयारी कर रहा है।
भर्तियों के लिए दोनों ही नियमावली में संशोधन कर चयन प्रक्रिया को समान बनाया। चकबंदी लेखपाल की भर्ती के लिए पुरानी नियमावली में चयन के लिए 100 अंकों की परीक्षा में 60 नंबर लिखित तो 40 अंक इंटरव्यू के होते थे। वहीं, राजस्व लेखपाल की भर्ती के लिए 90 नंबर की लिखित परीक्षा और 10 नंबर का इंटरव्यू था। सरकार ने इस तरह किये थे बदलाव सरकार ने दोनों की ही चयन प्रक्रिया में बदलाव कर 80 नंबर की लिखित परीक्षा और 20 नंबर का इंटरव्यू कर दिया। नियमावली में बदलाव के बीच समूह ‘ग’ की भर्ती के लिए अधीनस्थ सेवा चयन आयोग बना दिया गया। लेकिन राजस्व लेखपाल की भर्ती राजस्व परिषद के निर्देशन में जिलाधिकारियों के स्तर पर ही कराने का फैसला हुआ। परिषद ने अपनी भूमिका एजेंसी चयन तक सीमित कर ली है। 11 एजेंसियां आईं सामने राजस्व परिषद ने एजेंसी चयन के लिए आवेदन मांगे तो 11 एजेंसियां आगे आईं। इन्हीं में से एक एजेंसी का चयन किया जाएगा। यह एजेंसी लेखपाल के लिए आवेदन से लेकर चयन पूरा कराने में जिलाधिकारियों की मदद करेंगी। टेंडर डाक्युमेंट अप्रूव करने के लिए शासन को भेजा राजस्व लेखपाल का काडर जिले स्तर का है, ऐसे में इनकी भर्तियां जिलाधिकारी करेंगे। जिलाधिकारियों की मदद के लिए एजेंसी के चयन के लिए कार्यवाही चल रही है। टेंडर डॉक्यूमेंट अप्रूव्ड करने के लिए शासन को भेजा गया है। राजस्व परिषद के आयुक्त व सचिव आलोक कुमार का कहना है कि डॉक्यूमेंट अप्रूव्ड होते ही एजेंसी का चयन कर जिलाधिकारियों को जानकारी दे दी जाएगी। इसके बाद चयन की पूरी कार्यवाही डीएम ही करेंगे। आवेदन ऑनलाइन लिए जाएंगे और आवेदक किसी एक जिले के लिए ही आवेदन कर सकेगा। मेरिट जिला स्तर की होगी। जिले की मेरिट के हिसाब से ही आवेदक का चयन होगा। वहीं, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष राज किशोर यादव का कहना है कि चकबंदी लेखपाल के खाली पदों का ब्यौरा मिल चुका है। आयोग इसी महीने इन पदों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकालने की तैयारी कर रहा है।
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