Friday, May 16, 2014

ROOM CONSTRUCTION ME BHAARI GHOTALA

पुन्हाना। मेवात में सर्व शिक्षा अभियान के तहत बनाए गए स्कूलों में 400 कमरों के निर्माण में 118 अध्यापकों ने भारी घोटाला किया है। घोटाला उजागर होते ही जहां अध्यापकों में हड़कंप मचा है, वहीं जिला उपायुक्त रमेश चंद शर्मा ने उन अध्यापकोंं के खिलाफ डीपीसी को मामला दर्ज कराने के आदेश दे दिए हैं। स्कूल के अध्यापकों ने कमरों के निर्माण के लिए आई राशि को बैंक खाते से तो निकाल लिया, लेकिन कमरों का निर्माण पूरा नहीं कराया और सरकारी राशि को डकार गए। इसकी भनक लगते ही उपायुक्त ने दोषी अध्यापकों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। जांच में 400 कमरे अधूरे मिले मेवात जिले में वर्ष 2002 से लेकर वर्ष 2013-14 तक स्कूलों में सर्व शिक्षा अभियान के तहत कमरों का निर्माण कराने के लिए स्कूलों के अध्यापको को फंड दिया गया था। स्कूल के अध्यापकों ने इस राशि को निकालकर स्कूल का निर्माण कार्य तो शुरू करा दिया, लेकिन अधिकतर अध्यापकों ने कमरों की राशि को निकालकर कमरों का
निर्माण अधूरा छोड़ दिया और निकाली गई सरकारी राशि को अपने निजी कार्यों में लगा लिया। मेवात के शिक्षा विभाग के डीपीसी रमेश चंद शर्मा ने बताया कि जांच में मेवात के 400 कमरों का चयन किया गया है, जो पिछले कई सालों से अधूरे पड़े हैं। इन कमरोंं के निर्माण में मेवात के 118 अध्यापक दोषी पाए गए हैं, जिन्होंने कमरों के निर्माण के नाम पर बैंक खातों से ग्रांट निकाल ली और कमरो को अधूरा छोड़ दिया। रिटायर्ड हुए अध्यापकों पर भी होगी कार्रवाई जो अध्यापक इस सरकारी राशि डकार गए हैं और उनकी रिटायरमेंट हो चुकी है, उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा। इसके अलावा जिन अध्यापकों का स्कूल से ट्रांसफर हो चुका है या डेपुटेशन पर कहीं दूसरी जगह चले गए हैं, उनके खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा। डीपीसी ने बताया कि जिन अध्यापकों ने सरकारी राशि को सरकारी खातों से निकालकर उसे निजी कार्यों में इस्तेमाल किया है ऐसे 118 अध्यापकों से रिकवरी भी की जाएगी और उन अधूरे पड़े कमरों को भी जल्द ही पूरा कराया जाएगा। अध्यापकों को दिया गया था दो माह का समय स्कूलों के कमरों में हुए इस घोटाले के बारे में जैसे ही जिला उपायुक्त आरसी वर्मा को पता लगा तो उन्होंने फरवरी माह में सभी अध्यापकोंं की एक बैठक बुलाई और उन्हें दो माह में कमरों के निर्माण कार्यों को पूरा करने की चेतावनी दी। अध्यापकों ने जिला उपायुक्त के आदेश का पालन नहीं किया। दो माह का समय भी 30 अप्रैल 2914 को पूरा हो गया था। जिसको लेकर जिला उपायुक्त ने अध्यापको के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दे दिए। कितने अध्यापक हैं इस घोटाले में शामिल शिक्षा विभाग के डीपीसी रमेश चंद शर्मा ने बताया कि मेवात के नूंह खंड में दस, पुन्हाना खंड के 36 अध्यापक, तावडू खंड के 24, फिरोजपुर झिरका के 36, नगीना खंड में 12 समेत कुल 118 अध्यापक इस घोटाले में आरोपी पाए गए हैं। दोषी अध्यापकों पर होगी कार्रवाई मेवात उपायुक्त आरसी वर्मा ने बताया कि दोषी अध्यापकों पर कार्रवाई करने के लिए डीपीसी रमेश चंद शर्मा को आदेश दिए गए हैं। ऐसे अध्यापकों को चिह्नित कर लिया गया है और जल्द ही उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

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