कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र
विश्वविद्यालय में नौकरी के
लिए आवेदन करने वालों के लिए अच्छी खबर है कि जल्द
ही भर्ती प्रक्रिया को पूरा
किया जाएगा। इसके लिए
कुवि की स्थापना शाखा से
फार्मो के उपर जमी धूल
को झाड़ फूककर साफ करना शुरू
कर दिया है। आचार संहिता के
हटते ही कुवि प्रशासन की ओर
से आवेदकों को रोलनंबर भेजने
शुरू कर सकता है, जबकि क्लर्क
के लिए टेस्ट लेने
की तिथि भी जल्द
ही निर्धारित कर
दी जाएगी।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने
पिछले वर्ष गैर शिक्षक
कर्मचारियों के पदों पर
भर्ती प्रक्रिया को शुरू करने
के लिए आवेदन लिए थे। जिसके
बाद से
ही भर्ती प्रक्रिया रुकी हुई
थी। पहले जहां कुवि प्रशासन
ने जल्द प्रक्रिया को शुरू
नहीं किया तो बाद में
लोकसभा चुनावों के तहत
लगी आचार संहिता के कारण
प्रक्रिया को रोकना पड़ा
था। ऐसे में आवेदन कर्ताओं
को फिर से भर्ती पर ग्रहण
लगने का अंदेशा सताने
लगा था, लेकिन
कुवि प्रशासन के आदेशों के बाद कुवि परिसर में भर्ती प्रक्रिया को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार कुवि की स्थापना शाखा ने सभी आवेदनों को बाहर निकाल कर इनकी जांच प्रक्रिया को लगभग पूरा कर दिया है। जिसके बाद प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। वहीं स्थापना शाखा की ओर से कुलपति कार्यालय में क्लर्क के पदों के लिए ली जाने वाली परीक्षा की तिथि तय करने के लिए फाइल भेजी है। पिछली भर्ती करनी पड़ी थी रद : गौरतलब है कि कुवि प्रशासन की ओर से तीन वर्ष पहले निकाली गई कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया को रद्द करना पड़ा था, जबकि कुवि की ओर से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साक्षात्कार भी ले लिए गए थे, लेकिन आज तक कुवि प्रशासन ने इसका खुलासा नहीं किया कि भर्ती प्रक्रिया क्यों रद्द की गई थी। जिसमें आवेदनकर्ताओं को लाखों रुपये की चपत लग गई थी।
कुवि प्रशासन के आदेशों के बाद कुवि परिसर में भर्ती प्रक्रिया को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। जानकारी के अनुसार कुवि की स्थापना शाखा ने सभी आवेदनों को बाहर निकाल कर इनकी जांच प्रक्रिया को लगभग पूरा कर दिया है। जिसके बाद प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। वहीं स्थापना शाखा की ओर से कुलपति कार्यालय में क्लर्क के पदों के लिए ली जाने वाली परीक्षा की तिथि तय करने के लिए फाइल भेजी है। पिछली भर्ती करनी पड़ी थी रद : गौरतलब है कि कुवि प्रशासन की ओर से तीन वर्ष पहले निकाली गई कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया को रद्द करना पड़ा था, जबकि कुवि की ओर से चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के साक्षात्कार भी ले लिए गए थे, लेकिन आज तक कुवि प्रशासन ने इसका खुलासा नहीं किया कि भर्ती प्रक्रिया क्यों रद्द की गई थी। जिसमें आवेदनकर्ताओं को लाखों रुपये की चपत लग गई थी।
No comments:
Post a Comment