शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा निदेशालय ने एक बड़ा परिवर्तन किया है। शिक्षकों के न पढ़ाने की आ रही लगातार शिकायतों को देखते हुए अब बोर्ड प्रमोशन व वेतन वृद्धि में कारगर साबित होने वाली रिपोर्ट 'एसीआर' वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट का प्रोफार्मा पूरी तरह बदल दिया है। अब शिक्षकों को 'एपीएआर वार्षिक' मूल्यांकन निष्पादन रिपोर्ट एवं आत्म मूल्यांकन प्रोफार्मा भरना होगा। यह प्रोफार्मा २१ पेज का होगा और इसका मॉनीटरिंग सिस्टम ज्यादा अच्छा है। कई चरणों में जांच होने के बाद ही फाइनल एपीएआर रिपोर्ट के आधार पर ही शिक्षकों का प्रमोशन व वेतन वृद्धि होगी।
अधिकारियों को भी भरना होगा एपीएआर : यह प्रोफार्मा सिर्फ शिक्षकों का नहीं बल्कि जिला गणित विशेषज्ञ, जिला विज्ञान विशेषज्ञ, सहायक शिक्षा
अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड मौलिक शिक्षा अधिकारी, नोडल अधिकारी आरटीई, चैनल प्रबन्धक, उत्कर्ष सोसाइटी (पीजीटी तथा पीआरटी के पद), निदेशालय में सहायक परियोजना अधिकारी (परामर्शदाता, टीजीटी व पीजीटी के पद), निदेशालय के पाठ्य पुस्तक प्रभाग में विषय विशेषज्ञ पीजीटी के पद वाले शिक्षक भरेंगे। इनके एपीएआर की जांच इनसे उच्चधिकारी करेंगे और उसी आधार पर इनका भी प्रमोशन व वेतनवृद्धि होगी।
अधिकारी, खण्ड शिक्षा अधिकारी, खण्ड मौलिक शिक्षा अधिकारी, नोडल अधिकारी आरटीई, चैनल प्रबन्धक, उत्कर्ष सोसाइटी (पीजीटी तथा पीआरटी के पद), निदेशालय में सहायक परियोजना अधिकारी (परामर्शदाता, टीजीटी व पीजीटी के पद), निदेशालय के पाठ्य पुस्तक प्रभाग में विषय विशेषज्ञ पीजीटी के पद वाले शिक्षक भरेंगे। इनके एपीएआर की जांच इनसे उच्चधिकारी करेंगे और उसी आधार पर इनका भी प्रमोशन व वेतनवृद्धि होगी।
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