Monday, July 22, 2013

STATE AWARD KE LIYE LANE HONGE 70% MARKS

गुरुजी को राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार के लिए अब 70 फीसदी अंक लाना अनिवार्य होगा। विभिन्न गतिविधियों के लिए शिक्षा निदेशालय ने अंक निर्धारित कर दिए हैं। हालांकि शिक्षक संघ इस नियम में बदलाव को लेकर मुखर है। पुरस्कार 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर दिया जाएगा। बता दें कि तीन साल पहले इस नियम को लागू किया गया था। इस वजह से दो साल राज्यस्तरीय पुरस्कार नहीं दिया गया। पिछले साल एक साथ 2010-2011 का पुरस्कार दिया गया। शिक्षकों को उम्मीद थी कि इस बार नियम में बदलाव
होगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। शिक्षा निदेशालय ने 2012 शिक्षक पुरस्कार के लिए जो आवेदन मांगे हैं। उनमें शिक्षकों को 100 में से 70 अंक लाना अनिवार्य होगा। जिला शिक्षा अधिकारी रेखा धारीवाल ने बताया कि मानदंड पर खरा उतरने वाले शिक्षक आवेदन कर सकते हैं। पहले जिला कमेटी आवेदन की जांच करेगी। पहले यह था नियम : शिक्षकों के एसीआर, बेहतर शिक्षण, परीक्षा परिणाम और अन्य गतिविधियों में बेहतर प्रदर्शन के आधार पर प्रिंसिपल, जिला स्तरीय कमेटी को सिफारिश करते थे। इसके बाद शिक्षा निदेशालय को भेजा जाता था। अब इस प्रक्रिया को बदल कर विभिन्न गतिविधियों के लिए नंबर तय कर दिए गए हैं। इसी आधार पर शिक्षकों की सूची तैयार की जाएगी। हरियाणा स्कूल लेक्चरर्स एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष सुशील कण्वा ने बताया कि नियम पेचींदा नहीं होना चाहिए। बड़ी संख्या में शिक्षकों को मौका मिले। इसके लिए नियम में ढील जरूरी है। जिला शिक्षा अधिकारी की अध्यक्षता में गठित कमेटी आवेदन की जांच करेगी। इसमें डायट प्रिंसिपल, सीनियर सेकेंडरी और नवोदय स्कूल के प्रिंसिपल को शामिल किया गया है। आवेदनों की जांच के बाद शिक्षा निदेशालय को भेजा जाएगा। इसके बाद निदेशक के नेतृत्व में गठित कमेटी चयनित शिक्षकों के नाम पर अंतिम मुहर लगाएगी। इस बार कुछ राहत भी शिक्षा निदेशालय ने शिक्षकों को कुछ राहत दिया है। शिक्षण कार्य का अनुभव 15 से कम कर 10 वर्ष और हेडमास्टर व प्रिंसिपल के लिए 20 से कम कर 15 वर्ष कर दिया है। 70 फीसदी अंक आने के बाद ही जिला स्तरीय कमेटी आगे की सिफारिश करेगी। राज्य स्तरीय समिति चुने गए शिक्षकों की एक औपचारिक अध्यापन कार्य की एक कक्षा का आयोजन भी कराएगी।

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