हाल ही में घोषित एचटेट की परीक्षा परिणाम में अनेक खामियां उजागर होने से परीक्षार्थियों को मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। परीक्षाािर्थयोंने दावा किया है कि पीजीटी लेवल तीन का सेट ए के इतिहास के प्रश्न पत्र में कम से कम दस प्रश्नों के सही उत्तरों को गलत दर्शाया गया है। परीक्षार्थी अनिता यादव, अस्मिता, प्रवीण कुमार, जितेंद्र यादव आदि ने बताया कि प्रश्न संख्या ९४ में प्रतिष्ठित शिल्पकार के रुप में जुलाहा होना चाहिए लेकिन आंसर की में विकल्प के रुप में तीन नंबर उत्तर बढ़ई को सही बताया गया है जो कि गलत है। इसी प्रकार प्रश्न संख्या 122 का शारदा एक्ट का पारित होना 1929 को सही बताया गया है जबकि
सही उत्तर विकल्प 3 में 1930 होना चाहिए था। प्रश्न संख्या 129 में सूफी पथ प्रदर्शक और गुरु की पीर कहा गया है जबकि सही उत्तर मुर्शीद सूफी पथ प्रदर्शक, गुरु को पीर कहा जाता है सही होना चाहिए जबकि बोर्ड ने 3 उत्तर को सही बताया है जो कि गलत है। 136 का सही उत्तर तीन होना चाहिए जबकि एक को सही बताया है। बोर्ड ने की गलती सजा हमें मिली परीक्षार्थियों का कहना है कि यदि बोर्ड इन प्रश्नों के उत्तर सही कर देता है तो वे सहित कई अन्य परीक्षार्थी एचटेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते हैं। उनका कहना है कि इन प्रश्नों के सही उत्तर के प्रमाण विभिन्न लेखकों और प्रकाशकों द्वारा लिखित पुस्तकों के आधार पर दावे किए जाएंगे
सही उत्तर विकल्प 3 में 1930 होना चाहिए था। प्रश्न संख्या 129 में सूफी पथ प्रदर्शक और गुरु की पीर कहा गया है जबकि सही उत्तर मुर्शीद सूफी पथ प्रदर्शक, गुरु को पीर कहा जाता है सही होना चाहिए जबकि बोर्ड ने 3 उत्तर को सही बताया है जो कि गलत है। 136 का सही उत्तर तीन होना चाहिए जबकि एक को सही बताया है। बोर्ड ने की गलती सजा हमें मिली परीक्षार्थियों का कहना है कि यदि बोर्ड इन प्रश्नों के उत्तर सही कर देता है तो वे सहित कई अन्य परीक्षार्थी एचटेट की परीक्षा उत्तीर्ण कर सकते हैं। उनका कहना है कि इन प्रश्नों के सही उत्तर के प्रमाण विभिन्न लेखकों और प्रकाशकों द्वारा लिखित पुस्तकों के आधार पर दावे किए जाएंगे
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