दसवीं व बारहवीं बोर्ड परीक्षा में खराब रिजल्ट की गाज अब शिक्षकों पर नहीं, बल्कि प्राचार्य पर गिरेगी। शिक्षा विभाग की माने तो प्राचार्य मिस मैनेजमेंट के कारण ही रिजल्ट खराब आया है, इसलिए चार्जशीट शिक्षक नहीं प्राचार्यो को किया जाना चाहिए। ऐसे में जिला शिक्षा विभाग ने उक्त स्कूलों के प्राचार्यो की कुंडली तैयार करनी शुरू कर दी है।
बता दें कि हाल ही में जिला शिक्षा अधिकारियों व शिक्षा विभाग अधिकारियों की बैठक हुई थी,
जिसमें रिजल्ट खराब आने के पीछे शिक्षक जिम्मेवार है या फिर प्राचार्य, पर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें सामने आया कि रिजल्ट प्राचार्यो के मिस मैनेजमेंट के कारण कम आया है। इतना ही नहीं जिला के जिन 39 स्कूलों का रिजल्ट 20 प्रतिशत से कम आया है उनमें से 38 हाईस्कूल है, जबकि एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल है। गौरतलब है कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का परीक्षा परिणाम बेहद खराब रहा। शिक्षा विभाग ने रिजल्ट कम आने के कारणों को खंगालने के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए थे। जिसके बाद से प्रक्रिया जारी है।
जिसमें रिजल्ट खराब आने के पीछे शिक्षक जिम्मेवार है या फिर प्राचार्य, पर विस्तार से चर्चा की गई। इसमें सामने आया कि रिजल्ट प्राचार्यो के मिस मैनेजमेंट के कारण कम आया है। इतना ही नहीं जिला के जिन 39 स्कूलों का रिजल्ट 20 प्रतिशत से कम आया है उनमें से 38 हाईस्कूल है, जबकि एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल है। गौरतलब है कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का परीक्षा परिणाम बेहद खराब रहा। शिक्षा विभाग ने रिजल्ट कम आने के कारणों को खंगालने के लिए जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए थे। जिसके बाद से प्रक्रिया जारी है।
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