सरकारी स्कूलों में रेशनलाइजेशन को लेकर जहां तैयारी चल रही है, वहीं गुरुजी रेशनेलाइजन को लेकर असमंजस में है। नतीजा स्कूलों में 9वीं व 10वीं पढ़ाई प्रभावित हो रही है। रेशनलाइजेशन को लेकर किस गुरुजी का ट्रांसफर कहां होगा। इसको लेकर उधेड़बुन चल रही है। 1ऐसे में गुरुजी बच्चों को पढ़ाने में ध्यान केंद्रित नहीं कर पा रहे। वे बस इस सोच में पड़े हैं कि आखिरकार उन्हें कौन से स्कूल में पढ़ाने के लिए भेजा
जाएगा। इससे न केवल विद्यार्थियों का सिलेबस पूरा नहीं हो पा रहा, जबकि दूसरी ओर प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा भी सिर पर है। गुरुजी को कौन से स्कूल में ट्रांसफर करना है या फिर कहीं दूर दराज क्षेत्र स्थित स्कूल में तो नहीं भेजा जाएगा इसी सोच में गुरुजी का समय बीत रहा है। 1एक ओर जहां स्कूलों में बेहतर परिणाम को लेकर जोर दिया जा रहा है, जबकि विद्यार्थियों के पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। ऐसे में बेहतर परिणाम की उम्मीद करना बेमानी है।
जाएगा। इससे न केवल विद्यार्थियों का सिलेबस पूरा नहीं हो पा रहा, जबकि दूसरी ओर प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा भी सिर पर है। गुरुजी को कौन से स्कूल में ट्रांसफर करना है या फिर कहीं दूर दराज क्षेत्र स्थित स्कूल में तो नहीं भेजा जाएगा इसी सोच में गुरुजी का समय बीत रहा है। 1एक ओर जहां स्कूलों में बेहतर परिणाम को लेकर जोर दिया जा रहा है, जबकि विद्यार्थियों के पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। ऐसे में बेहतर परिणाम की उम्मीद करना बेमानी है।
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