10 नवंबर को गोहाना में मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के लिए कई
घोषणाएं की। फिर रोडवेज कर्मियों के आगे भी सरकार झुक गई। इसके बावजूद
कर्मचारियों का रोष व आंदोलन खत्म नहीं हो रहे। मंगलवार को आशा वर्करों ने
राज्यभर में हाथों में आटे से भरी कटोरियां लेकर सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा
के पुतले फूंके। उधर हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन 8
दिसंबर को कुरुक्षेत्र में वित्त मंत्री के आवास पर विश्वासघात दिवस
मनाएगी। हरियाणा तालमेल कमेटी के आह्वान पर 22 दिसंबर को रोहतक में
कर्मचारी महारैली करेंगे। रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने भी चेताया है कि
सरकार ने निजी रूट परमिट रद्द न किए 25 दिसंबर के बाद दोबारा आंदोलन किया
जाएगा।
हरियाणा रोडवेज तालमेल कमेटी ने सरकार को 3,519 रूट परमिट निजी हाथों में
देने का निर्णय रद्द करने और दूसरी मांगों को लागू करने के लिए 24 दिसंबर
तक मोहलत दी है। कमेटी के सदस्य दलबीर किरमारा, हरिनारायण शर्मा और रमेश
सैनी ने कहा है कि 14 सदस्यीय कमेटी 10 दिसंबर को चंडीगढ़ जाकर मांगों का
जायजा लेगी। यदि सरकार ने मांगें समय पर पूरी नहीं की तो 25 दिसंबर को
रोहतक में तालमेल कमेटी की मीटिंग के दौरान बड़े आंदोलन की घोषणा कर दी
जाएगी। गौरतलब है कि रोडवेज कर्मियों ने 13 व 14 नवंबर को चक्का जाम किया
था। 14 को परिवहन मंत्री के साथ समझौते के बाद आंदोलन रद्द हुआ था।
रोडवेज कर्मियों ने दिया २४ तक का समय, 25 को रोहतक में बैठक
हेमसा के बैनर तले 18 नवंबर 2012 से कुरुक्षेत्र में वित्त मंत्री
हरमोहिंद्र चट्ठा के आवास के सामने अनिश्चित कालीन धरना चल रहा है। एक साल
में मुख्यमंत्री, वित्तमंत्री और वित्तायुक्त से कई बार बातचीत हो चुकी है
लेकिन कोई फैसला नहीं हो पाया। विभिन्न सरकारी महकमों के 76 हजार से ज्यादा
क्लर्क पंजाब के पैटर्न पर वेतन मांग रहे हैं। हेमसा के प्रदेश उपाध्यक्ष
विक्रम गोदारा 8 दिसंबर को वित्तमंत्री के आवास के समक्ष विश्वासघात दिवस
मनाया जाएगा। क्लर्कों को भी उम्मीद थी कि गोहाना रैली में उनकी मांग पूरी
होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
8 को कुरुक्षेत्र में विश्वासघात दिवस मनाएंगे क्लर्क
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