15 दिनों से नियमित करने की मांग को लेकर नयी दिल्ली में जंतर-मंतर पर आमरण अनशन पर बैठे अतिथि अध्यापकों की आखिरकार रविवार देर शाम सरकार ने सुध ली। संघ के पूर्व प्रधान व बैठक में मौजूद रहे जितेन्द्र थिलोड़ ने बताया कि दोपहर बाद सरकार की ओर से बातचीत का निमंत्रण मिला था। इसके आधार पर अतिथि अध्यापकों का शिष्टमंडल दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा से मिला। उन्होंने बताया कि अतिथि अध्यापकों की बात को मुख्यमंत्री ने ध्यानपूर्वक सुना और आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को एक या दो दिन में पूरा कर दिया जाएगा, लेकिन सरकार अतिथि अध्यापकों को एक कलम से नियमित नहीं कर सकती है। थिलोड़ के मुताबिक मुख्यमंत्री ने उन्हें कहा है कि अगर अतिथि अध्यापकों को पक्के नहीं कर पाये तो पक्कों से कम भी नहीं छोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बर्खास्त अतिथि अध्यापकों को तुरंत प्रभाव से बहाल कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद अतिथि अध्यापक संतुष्ट हैं और आमरण अनशन खत्म करने का निर्णय लिया है। जिसे स्वयं मुख्यमंत्री ने जूस पिलाकर खत्म करवाया है।
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