बोर्ड के अधिकारियों को गुरुवार रात को अचानक 'समझ' आया कि यदि स्कूल के अध्यापक ही अपने दसवीं के छात्रों के पेपर चेक करेंगे तो दिल खोलकर नंबर बांट देंगे और शायद ही कोई फेल हो। शुक्रवार सुबह सभी परीक्षा केंद्रों पर बोर्ड का मैसेज पहुंच गया, अब पेपर स्कूल में चेक नहीं होंगे बल्कि उत्तर पुस्तिकाओं को मार्किंग सेंटर में पहुंचाओ।
उत्तर पुस्तिका जांच प्रक्रिया में रातों-रात बदलाव होने से स्कूल संचालकों की परेशानी बढ़ गई है। एक दिन पहले तक जहां स्कूल संचालक अपने स्तर पर उत्तर पुस्तिका जांच करने के लिए योजना बना रहे थे वहीं नए फरमान से उनकी योजनाओं पर पानी फेर दिया। यही नहीं स्कूल मुखियाओं की रोज की सिरदर्दी भी बढ़ गई क्योंकि अब उन्हें परीक्षा समाप्त होने के बाद मार्किंग सेंटर में उत्तर पुस्तिकाएं जमा करानी होंगी।
गुरुवार शाम को जारी किए निर्देश: इस संबंध में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के संयुक्त सचिव महेंद्रपाल सिंह सफाई दे रहे हैं कि सीएम कार्यालय की ओर से गुरुवार देर शाम नए निर्देश आए। इसके बाद पूरे प्रदेश के स्कूल संचालकों और जिला शिक्षा अधिकारियों को इसकी सूचना भेजी गई। फोन करने के साथ एसएमएस से भी संबंधित लोगों को अवगत कराया गया।परीक्षा समाप्त होने के बाद मूल्यांकन प्रक्रिया के लिए कार्यक्रम जारी कर दिए जाएंगे।
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