हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन स्वयं करने का फरमान जारी किया है। इस फरमान से विद्यालय मुखिया असमंजस में हैं।
बोर्ड के निर्देशानुसार अब हर रोज परीक्षा समाप्ति के उपरांत उत्तर पुस्तिकाओं का बंडल उपमंडल कार्यालय व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करवाने होंगे। अधिसूचना में बोर्ड ने स्कूलों को स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल पर स्लिप चिपकानी होगी, उस पर कितने परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, कितने विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। परीक्षा से अनुपस्थित विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिकाएं भी बंडल के अंदर डाली जाएंगी, जिस पर स्कूल मुखिया के
हस्ताक्षर व मोहर होगी। उपमंडल व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करवाने के लिए बंडल की बोर्ड द्वारा रसीद दी जाएगी, जिसे स्कूल मुखिया अपने पास सुरक्षित रखेंगे। बंडल के ऊपर चिपकाई जाने वाली स्लिप पर विद्यालय का नाम, विद्यालय कोड, विषय व उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या भी स्पष्ट रूप से अंकित होनी चाहिए। बोर्ड के इस फरमान से स्कूल मुखिया सकते में हैं। इससे पहले बोर्ड द्वारा प्रश्न-पत्र स्वयं तैयार करने का निर्णय लिया था, अब उत्तर पुस्तिकाएं भी स्वयं जांचने का फरमान जारी किया है। विद्यालय मुखियों का कहना है कि इससे उनका समय बर्बाद होगा। एक अध्यापक को पहले स्पेशल प्रश्न-पत्र लेने के लिए शिक्षा कार्यालय में भेजना पड़ रहा था, अब उत्तर पुस्तिकाएं जमा करवाने के लिए भी भेजना पड़ेगा, जो सरासर गलत है।
हस्ताक्षर व मोहर होगी। उपमंडल व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में जमा करवाने के लिए बंडल की बोर्ड द्वारा रसीद दी जाएगी, जिसे स्कूल मुखिया अपने पास सुरक्षित रखेंगे। बंडल के ऊपर चिपकाई जाने वाली स्लिप पर विद्यालय का नाम, विद्यालय कोड, विषय व उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या भी स्पष्ट रूप से अंकित होनी चाहिए। बोर्ड के इस फरमान से स्कूल मुखिया सकते में हैं। इससे पहले बोर्ड द्वारा प्रश्न-पत्र स्वयं तैयार करने का निर्णय लिया था, अब उत्तर पुस्तिकाएं भी स्वयं जांचने का फरमान जारी किया है। विद्यालय मुखियों का कहना है कि इससे उनका समय बर्बाद होगा। एक अध्यापक को पहले स्पेशल प्रश्न-पत्र लेने के लिए शिक्षा कार्यालय में भेजना पड़ रहा था, अब उत्तर पुस्तिकाएं जमा करवाने के लिए भी भेजना पड़ेगा, जो सरासर गलत है।
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