दोस्तों कल से सोच रहा हूँ लिखने के लिये मगर टालता रहा हूँ मगर अब लिख रहा हूँ।
यह टोपिक गेस्ट टीचर के बारे में हैं। मुझे पता लगा हैं कि जितेंदर थिलोड़ ओर पारश शर्मा ने आमरण अनसन पर बैठने का मन बना लिया हैं आने वाली गाँधी जयंती से। बहुत ही कठोर कदम और सरहानीय कदम हैं जो अपने लिए और अपने साथियो के लिये अपना जीवन दांव पर लगाने का होंसला रखते है। पात्र अध्यापक संघ ने पंचकुला में आमरण अनसन किया था जिसमे में उनकी जीत हुई थी और वो अनुबन्ध आधार पर निकल रही भर्ती को नियमित भर्ती
में बदलवाने में कामयाब रहे ।ये 100% उनके संगर्ष की जीत थी ।और अब फिर उन्होंने 20 सितम्बर से अनसन पर जाने की घोषणा की हुई हैं ।दोस्तों हम हर पहलू पर विचार करना होगा गो रक्षा के लिये एक संत अनसन का शतक लगा चुके हैं ।मगर गेस्ट टीचर की मांग असम्भव नही हैं वो पूरी हो सकती हैं। इस तरहा का निर्णय आप आने वाली रैली में भी ले सकते थे मगर अपने जब ये एलान कर ही दिया है ।अब हम सबकी ये जिमेवारी बनती हैं की आल हरयाना के गेस्ट टीचर में से कम से कम 100 अध्यापक अनसन पर बेठे ।कोई एक साथी नही उस के भी बाल बच्चे हैं ।हर बार भगत सिंह सिर्फ पडोसी के जन्म ना ले। और 5हजार साथी कम से कम उनके साथ बठे जब बात बन सकती हैं 10 -20 को तो पुलिस उठा के ले जाएगी। जो बात दुसरो पर अप्लाई करते हो उसको अपने ऊपर लागु करके देखो ।अगर आप सभी साथी इसका समर्थन करते हैं तो आने वाली रैली में affidevt लेकर आये हम आपके साथ बठने को भी तयार हैं। मगर एसा ना हो की 15 हजार लोग मजा ले और किसी का घर उजड़ जाय। किसी के बच्चे अनाथ हो जाय हमारा मकसद जीत हासील करना होना चाहए वो भी बिना की मानव हानि के संगर्ष के हजार तरीके हैं अमरन अनसन तब किया जाना चाहए जब सब रस्ते बंद हो जायं मगर अभी ऐसी नोबत नही आई हैं अभी आपके पास सब करने के लिए सब रस्ते मोजूद हैं। दोस्तों ये मेरे अपने विचार हैं आप अपनी राय ठोस शब्दों और तर्क के साथ दे ।किसी पर भी व्यक्तिगत कटाक्ष न करे ।आमरण अनसन का समर्थन वही गेस्ट टीचर करे जो आप भी बेठना चाहता हो दुसरो के कंधे पर रखकर बन्दुक न चलाये।।। धर्मबीर कौशिक
में बदलवाने में कामयाब रहे ।ये 100% उनके संगर्ष की जीत थी ।और अब फिर उन्होंने 20 सितम्बर से अनसन पर जाने की घोषणा की हुई हैं ।दोस्तों हम हर पहलू पर विचार करना होगा गो रक्षा के लिये एक संत अनसन का शतक लगा चुके हैं ।मगर गेस्ट टीचर की मांग असम्भव नही हैं वो पूरी हो सकती हैं। इस तरहा का निर्णय आप आने वाली रैली में भी ले सकते थे मगर अपने जब ये एलान कर ही दिया है ।अब हम सबकी ये जिमेवारी बनती हैं की आल हरयाना के गेस्ट टीचर में से कम से कम 100 अध्यापक अनसन पर बेठे ।कोई एक साथी नही उस के भी बाल बच्चे हैं ।हर बार भगत सिंह सिर्फ पडोसी के जन्म ना ले। और 5हजार साथी कम से कम उनके साथ बठे जब बात बन सकती हैं 10 -20 को तो पुलिस उठा के ले जाएगी। जो बात दुसरो पर अप्लाई करते हो उसको अपने ऊपर लागु करके देखो ।अगर आप सभी साथी इसका समर्थन करते हैं तो आने वाली रैली में affidevt लेकर आये हम आपके साथ बठने को भी तयार हैं। मगर एसा ना हो की 15 हजार लोग मजा ले और किसी का घर उजड़ जाय। किसी के बच्चे अनाथ हो जाय हमारा मकसद जीत हासील करना होना चाहए वो भी बिना की मानव हानि के संगर्ष के हजार तरीके हैं अमरन अनसन तब किया जाना चाहए जब सब रस्ते बंद हो जायं मगर अभी ऐसी नोबत नही आई हैं अभी आपके पास सब करने के लिए सब रस्ते मोजूद हैं। दोस्तों ये मेरे अपने विचार हैं आप अपनी राय ठोस शब्दों और तर्क के साथ दे ।किसी पर भी व्यक्तिगत कटाक्ष न करे ।आमरण अनसन का समर्थन वही गेस्ट टीचर करे जो आप भी बेठना चाहता हो दुसरो के कंधे पर रखकर बन्दुक न चलाये।।। धर्मबीर कौशिक
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