हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी की दसवीं और 12वीं कक्षा के बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए बनाई नई व्यवस्था लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। काफी मशक्कत के बाद जैसे तैसे स्कूलों कीओर से आवेदन पत्र भरे गए वहीं अब जांच के लिए स्कूलों को भेजी सूची में कई खामियां पैदा हो रही हैं। 14 सितंबर तक यह प्रक्रिया पूरी करनी है लेकिन अभी तक 75 फीसदी स्कूल भी अपनी सूची अपडेट नहीं कर पा रहे हैं। बोर्ड की ओर से जारी सॉफ्टवेयर में अंग्रेजी वर्जन तो है लेकिन उसका हिंदी वर्जन में गड़बड़ी हो रही है। अंग्रेजी में दिनेश लिख रहे हैं तो वहीं हिंदी में धीनेश हो रहा है। इसी प्रकार त के बदले ज जैसे कई शब्द बदल जाते हैं जिससे नाम और विषय में गड़बड़ी हो रही है अधूरी तैयारी बनी समस्या दसवीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के
लिए ऑनलाइन आवेदन का मामलाफोन नंबर भी नहीं कर रहा कामबोर्ड की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर या तो खराब पड़ा है या फोन ही उपलब्ध नहीं है। बोर्ड ने जो 01664-254646 और 2546030 जारी किया है वह कभी उठता ही नहीं। ऐसे में शिक्षकों को देर शाम तक स्कूलों और साइबर कैफे में ही दिन बिताना पड़रहा है। शिकायतों का भी नहीं हो रहा समाधानविभिन्न स्कूलों के शिक्षकों का कहना है कि जिन स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या 150 से अधिक है वहां के विद्यार्थियों की पूरी सूची नेट में उपलब्ध नहीं हो पा रही है। नेट की कार्यक्षमता इतनी मजबूत नहीं है कि ज्यादा देर तक चालू रखा जा सके। निजीस्कूलों में तो नेट की व्यवस्था है लेकिन सभी सरकारी स्कूलों में यह सुविधा नहीं है। जहां यह व्यवस्था है वहां के शिक्षक तकनीकी रुप से इतने दक्ष नहीं है कि वे इसे तुरंत सुधार कर सकें। ऐसे में उन्हें साइबर कैफे का सहारा लेना पड़ रहा है। परीक्षा के लिए इन्होंने इसी कैफे से आवेदन किया गया था। इन्हीं से इन फॉर्म को संपादित कर रहे हैं इसके एवज में कंप्यूटर संचालक 20 से 50 रुपए प्रति छात्र वसूल रहे हैं। इसके अलावा आवेदन करते वक्त संपादित करने का ऑप्शन नहीं था जिसे अब हटा तो सकते हैं लेकिन सुधार नहीं कर सकते।शिक्षकों का कहना है कि अभी तक बोर्ड की डेटशीट का भी पता नहीं है। दसवीं का 27 सितंबर से तो 12वीं का 15 अक्टूबर से संभावित किया था लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पा रही है। ऐसे में विद्यार्थियों के साथ शिक्षकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहाहै। स्कूल प्राध्यपकों ने कहा है कि शिक्षकों की समस्या को देखते हुएबोर्ड को एक बार फिर तारीख बढ़ानी चाहिए।इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र सिंह से जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि स्कूल मुखिया सीधे भिवानी बोर्ड के संबंधित विभाग से बातचीत कर सकते हैं। वे भी अधिकारियों से बातचीत कर समस्या का समाधान कराने के लिए कहा जाएगा।
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