चंडीगढ़/कुरुक्षेत्रत्नगोहाना रैली में मुख्यमंत्री की ओर से कई घोषणाएं
किए जाने के बावजूद कर्मचारी संगठनों ने 13 नवंबर की प्रस्तावित हड़ताल को
कामयाब करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। खासकर रोडवेज व बिजली
कर्मचारियों की यूनियन अड़ गई हैं। अनुबंधित अध्यापक भी उनके साथ हैं।
40 हजार से अधिक पात्र अध्यापक रोजगार का इंतजार कर रहे हैं तो पहले से कार्यरत 15 हजार अनुबंधित शिक्षक नौकरी स्थायी कराने लिए आंदोलनरत हैं। गोहाना में मुख्यमंत्री द्वारा कोई घोषणा नहीं किए जाने से परेशान अनुबंधित अध्यापकों ने सरकार को सात दिनों का अल्टीमेटम दे दिया है। हरियाणा अनुबंधित अध्यापक संघ के बैनर तले 9 नवंबर को प्रदेशभर के अनुबंधित अध्यापकों ने परिवारों के साथ रोहतक में प्रदर्शन किया था। वहां से सरकार ने उन्हें बातचीत के लिए दिल्ली बुलाया लेकिन हल नहीं निकला। रही-सही आस गोहाना रैली के साथ खत्म हो गई। संघ के गुडग़ांव मंडल के प्रधान नरेश यादव का कहना है कि सरकार को एक हफ्ते की मोहलत दी गई है। इस दौरान यदि अनुबंधित अध्यापकों को नियमित नहीं किया गया तो रोहतक में फिर रैली की जाएगी।
40 हजार से अधिक पात्र अध्यापक रोजगार का इंतजार कर रहे हैं तो पहले से कार्यरत 15 हजार अनुबंधित शिक्षक नौकरी स्थायी कराने लिए आंदोलनरत हैं। गोहाना में मुख्यमंत्री द्वारा कोई घोषणा नहीं किए जाने से परेशान अनुबंधित अध्यापकों ने सरकार को सात दिनों का अल्टीमेटम दे दिया है। हरियाणा अनुबंधित अध्यापक संघ के बैनर तले 9 नवंबर को प्रदेशभर के अनुबंधित अध्यापकों ने परिवारों के साथ रोहतक में प्रदर्शन किया था। वहां से सरकार ने उन्हें बातचीत के लिए दिल्ली बुलाया लेकिन हल नहीं निकला। रही-सही आस गोहाना रैली के साथ खत्म हो गई। संघ के गुडग़ांव मंडल के प्रधान नरेश यादव का कहना है कि सरकार को एक हफ्ते की मोहलत दी गई है। इस दौरान यदि अनुबंधित अध्यापकों को नियमित नहीं किया गया तो रोहतक में फिर रैली की जाएगी।
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