क्या सिर्फ एक कर्मचारी के बीमार हो जाने पर भर्ती जैसा महत्वपूर्ण काम स्थगित हो सकता है? भर्ती भी ऐसी जो एक-दो नहीं, पूरे 27५४ पदों पर की जानी हो। सुनने में भले अजीब लगे लेकिन हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद में ऐसा ही हो रहा है। यहां वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर की भर्ती डील कर रहे एक दैनिकभोगी कर्मचारी के हार्ट अटैक के बाद छुट्टी पर चले जाने से प्रदेशभर के ४5 हजार युवा परेशान हो रहे हैं। कारण, यह दैनिकभोगी कर्मचारी इस भर्ती के लिए डीलिंग हेड था और उसके बीमार होने पर परिषद ने आनन-फानन में पूरी भर्ती प्रक्रिया ही रोक दी। इस कर्मचारी का नाम बलदेव है।
एजुकेशन इंस्ट्रक्टर के लिए आवेदन करने वालों को परिषद ने इंटरव्यू के लिए कॉल लैटर भेजे थे। यह इंटरव्यू १६ से २५ अप्रैल तक पंचकूला स्थित
शिक्षा विभाग के मुख्यालय, शिक्षा सदन में होने थे। इसी बीच बलदेव बीमार पड़ गया और इंटरव्यू रद्द कर दिए गए। परेशानी ये है कि जिन लोगों को कॉल लैटर भेजे गए थे, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है और वह कॉल लैटर में दी तारीख पर पंचकूला पहुंच जाते हैं। मंगलवार को भी यहां पहुंचे सैकड़ों युवाओं ने जमकर हंगामा किया। दूरदराज इलाकों से पहुंचे इन लोगों का कहना था कि उन्हें इंटरव्यू रद्द होने की जानकारी ही नहीं दी गई। इससे पहले 16 व 17 अप्रैल को भी कई आवेदक इंटरव्यू देने पहुंच गए थे। परिषद के स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर टीएल सत्यप्रकाश ने कहा, हमने अखबारों और न्यूज चैनलों में विज्ञापन देकर 16 अप्रैल से होने वाले एजुकेशन इंस्ट्रक्टर के इंटरव्यू स्थगित होने की जानकारी दे दी थी। फिर भी यदि कोई इंटरव्यू देने आ गया तो हम क्या करेंं। हमने इंटरव्यू इसलिए रद्द किए क्योंकि इंटरव्यू कंडक्ट कराने वाला कर्मचारी बीमार है। विभाग के बाकी अफसरों से मीटिंग कर इंटरव्यू की नई तारीख तय की जाएगी। मंगलवार को हंगामे के बाद आवेदकों को यह कहकर शांत किया गया कि अब इंटरव्यू डिस्ट्रिक्ट लेवल पर कराने की कोशिश की जाएगी। ऐसा होने पर आवेदकों को दूर-दूर से पंचकूला नहीं आना पड़ेगा। वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर की भर्ती एक-दो माह से नहीं बल्कि एक साल से चल रही है। शिक्षा परियोजना परिषद के जीएम संजय मौदगिल का कहना है कि इसमें कुल 24 कैटेगरी में भर्ती होनी है इसलिए थोड़ा समय लग रहा है।
शिक्षा विभाग के मुख्यालय, शिक्षा सदन में होने थे। इसी बीच बलदेव बीमार पड़ गया और इंटरव्यू रद्द कर दिए गए। परेशानी ये है कि जिन लोगों को कॉल लैटर भेजे गए थे, उन्हें इसकी जानकारी नहीं है और वह कॉल लैटर में दी तारीख पर पंचकूला पहुंच जाते हैं। मंगलवार को भी यहां पहुंचे सैकड़ों युवाओं ने जमकर हंगामा किया। दूरदराज इलाकों से पहुंचे इन लोगों का कहना था कि उन्हें इंटरव्यू रद्द होने की जानकारी ही नहीं दी गई। इससे पहले 16 व 17 अप्रैल को भी कई आवेदक इंटरव्यू देने पहुंच गए थे। परिषद के स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर टीएल सत्यप्रकाश ने कहा, हमने अखबारों और न्यूज चैनलों में विज्ञापन देकर 16 अप्रैल से होने वाले एजुकेशन इंस्ट्रक्टर के इंटरव्यू स्थगित होने की जानकारी दे दी थी। फिर भी यदि कोई इंटरव्यू देने आ गया तो हम क्या करेंं। हमने इंटरव्यू इसलिए रद्द किए क्योंकि इंटरव्यू कंडक्ट कराने वाला कर्मचारी बीमार है। विभाग के बाकी अफसरों से मीटिंग कर इंटरव्यू की नई तारीख तय की जाएगी। मंगलवार को हंगामे के बाद आवेदकों को यह कहकर शांत किया गया कि अब इंटरव्यू डिस्ट्रिक्ट लेवल पर कराने की कोशिश की जाएगी। ऐसा होने पर आवेदकों को दूर-दूर से पंचकूला नहीं आना पड़ेगा। वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर की भर्ती एक-दो माह से नहीं बल्कि एक साल से चल रही है। शिक्षा परियोजना परिषद के जीएम संजय मौदगिल का कहना है कि इसमें कुल 24 कैटेगरी में भर्ती होनी है इसलिए थोड़ा समय लग रहा है।
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