हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट) में अंग्रेजी भाषा में मास्टर वर्ग के लिए स्नातक में ऐच्छिक अंग्रेजी विषय की शर्त पर हंगामा शुरू हो गया है। अभीतक जहां पात्र अध्यापक संघ बोर्ड द्वारा ऐच्छिक अंग्रेजी विषय को हटाने की मांग कर रहा था, वहीं अब आनर्स अंग्रेजी से स्नातक करने वाले लोगों ने पहली वरियता देने की मांग उठा दीहै। आनर्स अंग्रेजी के अभ्यर्थी देवेंद्र सिंह का कहना है कि नियमानुसार अगर प्रदेश में ऐच्छिक अंग्रेजी विषय के अभ्यर्थी नहीं है, तो आनर्स अंग्रेजीविषय के अभ्यार्थियों को वरियता देनी चाहिए। अगर बोर्ड ने वरियता नहीं दी तोहम भी एसोसिएशन बनाकर
कोर्टपहुंचेंगे।प्रदेश के किसी भी विश्वविद्यालय में स्नातक में ऐच्छिक विषयनहीं पढ़ाया जाता है। इस कारण सैकड़ों की संख्या मेंस्नातक व बीएड पास विद्यार्थी आवेदन नहीं कर सकते है। हिंदी की तरह लागू करें अंग्रेजी के भी नियम : आनर्सअंग्रेजी के अभ्यार्थियों का कहना है कि जिस तरह से हिंदी विषय में ऐच्छिक हिंदी न होने पर प्रभाकर हिंदी के अभ्यार्थियों को मान्यता दी जाती है। उसी तरह से ऐच्छिक अंग्रेजी के बाद आनर्स अंग्रेजी के अभ्यार्थियों को मान्यता मिले। अभ्यर्थी देवेंद्र सिंह व विजेंद्र सिंह ने बताया कि बोर्ड या तो नियमानुसार आनर्स अंग्रेजीविषय को मान्यता देकर प्रदेश के तीन हजार अभ्यार्थियों के साथ न्याय करे, नहीं तो सभी अभ्यर्थी कोर्ट पहुंचकर अपने हक की लड़ाई लडेंग़े।
कोर्टपहुंचेंगे।प्रदेश के किसी भी विश्वविद्यालय में स्नातक में ऐच्छिक विषयनहीं पढ़ाया जाता है। इस कारण सैकड़ों की संख्या मेंस्नातक व बीएड पास विद्यार्थी आवेदन नहीं कर सकते है। हिंदी की तरह लागू करें अंग्रेजी के भी नियम : आनर्सअंग्रेजी के अभ्यार्थियों का कहना है कि जिस तरह से हिंदी विषय में ऐच्छिक हिंदी न होने पर प्रभाकर हिंदी के अभ्यार्थियों को मान्यता दी जाती है। उसी तरह से ऐच्छिक अंग्रेजी के बाद आनर्स अंग्रेजी के अभ्यार्थियों को मान्यता मिले। अभ्यर्थी देवेंद्र सिंह व विजेंद्र सिंह ने बताया कि बोर्ड या तो नियमानुसार आनर्स अंग्रेजीविषय को मान्यता देकर प्रदेश के तीन हजार अभ्यार्थियों के साथ न्याय करे, नहीं तो सभी अभ्यर्थी कोर्ट पहुंचकर अपने हक की लड़ाई लडेंग़े।
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