विवि के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय ने नए सत्र में दाखिले को लेकर पूरी तैयारी कर ली है। विद्यार्थियों की नियमित कक्षा की बजाय लर्निंग प्रोग्राम चलाए जाएंगे। इसमें कोई भी समस्या होगी, वे आकर विषय एक्सपर्ट से पूछताछ कर सकेंगे।
-डॉ. नसीब सिंह गिल, निदेशक डीडीई, मदवि रोहतक। रोहतक।ब्ारहवीं के बाद स्नातक और स्नातकोत्तर करने वाले उन विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है, जो नियमित कक्षा में दाखिले से वंचित रह गए हैं। ऐसे नए विद्यार्थियों के लिए एमडीयू ने दाखिले को हरी झंडी दे दी है। उन्हें दूरस्थ शिक्षा अध्ययन केंद्र के तहत पढ़ाई करने का मौका मिलेगा। विवि के दूरस्थ शिक्षा केंद्र के शेड्यूल के अनुसार
तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम बीए व बीकाम में दाखिले होंगे। इसके अलावा एक वर्षीय बीलिब, एमलिब और दो वर्षीय एमएससी मैथ्स व एमकाम में दाखिल होंगे। इसके अलावा एमए हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, इकनोमिक्स, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, इतिहास में दाखिले होंगे। विद्यार्थी बगैर लेट फीस के साथ 15 अक्टूबर तक आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद 14 नवंबर तक 500 रुपये लेट फीस ओर 15 दिसंबर तक एक हजार रुपये लेट फीस के साथ आवेदन कर सकेंगे।
तीन वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम बीए व बीकाम में दाखिले होंगे। इसके अलावा एक वर्षीय बीलिब, एमलिब और दो वर्षीय एमएससी मैथ्स व एमकाम में दाखिल होंगे। इसके अलावा एमए हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, इकनोमिक्स, राजनीति विज्ञान, लोक प्रशासन, इतिहास में दाखिले होंगे। विद्यार्थी बगैर लेट फीस के साथ 15 अक्टूबर तक आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद 14 नवंबर तक 500 रुपये लेट फीस ओर 15 दिसंबर तक एक हजार रुपये लेट फीस के साथ आवेदन कर सकेंगे।
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