धर्मबीर कौशिक
दोस्तों नमस्कार ।।। गेस्ट न्यूज़ ।। हरियाणा कैबनेट मीटिंग में बनी पोलसी जो लगभग सभी विभाग व् बोर्ड निगम के कच्चे कर्मचारियों पर लागु होती हैं ।जो शर्ते पोलसी की हैं उन सबको गेस्ट टीचर भी पूरी करते हैं ।जब कोर्ट में एफिडेविट दिया गया था उस टाइम कोई पोलसी नही थी मगर अब बन चुकी हैं ।सरकार की नीयेत में खोट हैं और कुछ नही ।या सरकार दस साल में की कोई एक भर्ती बता दे जिस पर पर कोर्ट केस न हो या हुआ न हो या चल न रहा हो ।विधान पालिका सबसे बड़ी होती हैं उसके बाद कार्य पालिका और बाद में न्यायपालिका का ।जो कानून विधानपालिका बनाती हैं उनकी रक्षा करना न्याय पालिका का कार्य हैं ।सबसे बड़ा कारण तो ये हैं कि गेस्ट टीचर एम् एल ए की लिस्ट से भर्ती नही हुए हैं और कोई भी पैरवी करने वाला नही हैं ।रही सही कसर गेस्ट की फूट के कारण भी मसकद से दूर हो गये ।अपनी जिन्दगी के अहम् आठ साढ़े आठ साल विभाग को देकर अब भी अपने साथ हुए अन्याय को देख रहे हैं ।इस मुस्किल की घड़ी में बाकी यूनियन को भी साथ देना चाहिए ।हुड्डा की एक हाँ पन्द्रह हजार परिवार में खुशी की लहर ला सकती हैं ।
दोस्तों नमस्कार ।।। गेस्ट न्यूज़ ।। हरियाणा कैबनेट मीटिंग में बनी पोलसी जो लगभग सभी विभाग व् बोर्ड निगम के कच्चे कर्मचारियों पर लागु होती हैं ।जो शर्ते पोलसी की हैं उन सबको गेस्ट टीचर भी पूरी करते हैं ।जब कोर्ट में एफिडेविट दिया गया था उस टाइम कोई पोलसी नही थी मगर अब बन चुकी हैं ।सरकार की नीयेत में खोट हैं और कुछ नही ।या सरकार दस साल में की कोई एक भर्ती बता दे जिस पर पर कोर्ट केस न हो या हुआ न हो या चल न रहा हो ।विधान पालिका सबसे बड़ी होती हैं उसके बाद कार्य पालिका और बाद में न्यायपालिका का ।जो कानून विधानपालिका बनाती हैं उनकी रक्षा करना न्याय पालिका का कार्य हैं ।सबसे बड़ा कारण तो ये हैं कि गेस्ट टीचर एम् एल ए की लिस्ट से भर्ती नही हुए हैं और कोई भी पैरवी करने वाला नही हैं ।रही सही कसर गेस्ट की फूट के कारण भी मसकद से दूर हो गये ।अपनी जिन्दगी के अहम् आठ साढ़े आठ साल विभाग को देकर अब भी अपने साथ हुए अन्याय को देख रहे हैं ।इस मुस्किल की घड़ी में बाकी यूनियन को भी साथ देना चाहिए ।हुड्डा की एक हाँ पन्द्रह हजार परिवार में खुशी की लहर ला सकती हैं ।
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