चंडीगढ़ : आहरण-वितरण एवं अन्य
शक्तियों के लिए अंडर कांप्लेक्स
(दसवीं व बारहवीं के अधीन) मिडिल
स्कूलों के हेडमास्टर शिक्षा मंत्री के
दरबार में पहुंच गए हैं। सरकार ने बीते
अप्रैल महीने में सभी मिडिल स्कूल
मुख्याध्यापकों को वित्तीय एवं अन्य
कार्य शक्तियां जारी करने के निर्देश
दिए थे, लेकिन शिक्षा विभाग ने
मनमर्जी करते हुए स्वतंत्र प्रभार
वाले मिडिल स्कूलों के हेडमास्टर
को ही ये शक्तियां प्रदान की। इसे
लेकर अंडर कांप्लेक्स मिडिल स्कूल
हेडमास्टर कई बार मौलिक
शिक्षा महानिदेशक से भी मिले, मगर
कोई कार्रवाई नहीं हुई।
एलिमेंटरी स्कूल हेडमास्टर
एसोसिएशन ने थक हार कर बुधवार
को शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल से
यहां मुलाकात की। एसोसिएशन
अध्यक्ष दलबीर सिंह मलिक,
वरिष्ठ उप प्रधान रमेश वर्मा व
कोषाध्यक्ष जसबीर सैनी ने
शिक्षा मंत्री को विस्तार से
शिक्षा विभाग के मनमाने
निर्णयों की जानकारी दी। उन्होंने यह
भी बताया कि सरकार के वित्त
विभाग की ओर से शिक्षा विभाग
को सभी मौलिक स्कूल
मुख्याध्यापकों को डीडीओ पावर
जारी करने के आदेश हुए थे, जिन्हें
भी नजरअंदाज कर दिया गया है।
एसोसिएशन के राज्य
प्रधान दलबीर सिंह मलिक ने बताया कि शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने पूरी बात सुनने के बाद तत्काल मौलिक शिक्षा निदेशक पंकज अग्रवाल को अंडर कांप्लेक्स मिडिल हेड को भी डीडीओ पावर व अन्य कार्य शक्तियां जारी करने के निर्देश दे दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने ग्रेड पे 4800 वाले मिडिल हेड को जल्द ही राजपत्रित अधिकारी का दर्जा देने की भी बात कही है।
प्रधान दलबीर सिंह मलिक ने बताया कि शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने पूरी बात सुनने के बाद तत्काल मौलिक शिक्षा निदेशक पंकज अग्रवाल को अंडर कांप्लेक्स मिडिल हेड को भी डीडीओ पावर व अन्य कार्य शक्तियां जारी करने के निर्देश दे दिए हैं। शिक्षा मंत्री ने ग्रेड पे 4800 वाले मिडिल हेड को जल्द ही राजपत्रित अधिकारी का दर्जा देने की भी बात कही है।
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