जागरण संवाददाता, करनाल :
नियमित करने की मांग को लेकर सीएम सिटी में अतिथि अध्यापकों के महापड़ाव के समर्थन में अन्य संस्थाएं व संगठन भी आ गए हैं। हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के समर्थन में 15 हजार गेस्ट टीचरों के साथ-साथ सर्व कर्मचारी संघ व महासंघ के सभी संगठनो ने गेस्ट टीचरों को समर्थन दिया।
सभी ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने एक भी गेस्ट टीचर को नियमित नहीं किया तो वह प्रदेश में बिजली, पानी, रोडवेज का चक्का जाम व सभी स्कूलों को ताला लगाने का काम करेंगे। अतिथि अध्यापकों के समर्थन में अन्य संगठनों के आने के बाद जिला प्रशासन की भी सांसे फूली हुई हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी करनाल में कई कार्यक्रमों में शिरकत करने के लिए आ रहे हैं। ऐसे में कोई बड़ा बवाल न हो जाए यह सबसे बड़ी चुनौती पुलिस प्रशासन के सामने हैं। पुलिस प्रशासन भी किसी प्रकार का रिस्क नहीं लेना चाहता। मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य जिलों की पुलिस को भी बुला लिया गया है।
डीसी ने बढ़ाया धरने का समय
अतिथि अध्यापकों ने सेक्टर 12 स्थित संडे मार्केट ग्राउंड में महापड़ाव डालने से पहले जिला प्रशासन से अनुमति ली थी। धरना स्थल के लिए जगह इस्तेमाल करने के लिए अतिथि अध्यापक संघ ने हुडा विभाग को पैसे भी जमा करवाए हैं। अतिथि अध्यापकों को प्रशासन ने धरने की अनुमति सिर्फ एक दिन के लिए दी थी। अवधि खत्म होने से पहले अतिथि अध्यापक संघ के नेताओं ने उपायुक्त डॉ. जे गणेशन से मुलाकात की। जिसके बाद उनके धरने की एक दिन की ओर अनुमति प्रदान कर दी।
बच्चों को पंडाल में रखा
महापड़ाव में महिला अतिथि अध्यापक बिना बिजली व पंखों के ही मच्छरों के
बीच अपने बच्चों के साथ धरना स्थल पर पूरे हौंसले के साथ डटी रही। शुक्रवार को पूरा दिन झुलसा देने वाली गर्मी के बाद रातभर महिलाओं ने छोटे-छोटे बच्चों को पंडाल में ही रखा। अतिथि अध्यापकों का कहना था कि वे पेट की खातिर यहां पर बैठे हैं। बच्चों को लेकर कहां जाएं। मच्छरों के कारण अतिथि अध्यापकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने धरना स्थल कर रखा घेराव अतिथि अध्यापकों के महापड़ाव को लेकर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद रही। कोई भी अनहोनी घटना न हो इसलिए पुलिस ने धरना स्थल को चारों ओर से घेरे रखा। सादी वर्दी में भी पुलिस कर्मचारी धरनास्थल के ही आसपास मौजूद रहे। रातभर अतिथि अध्यापकों के रूकने के कारण पुलिस प्रशासन की सांसे फूली रही। वहीं अतिथि अध्यापकों ने साफ किया है कि जब तक उनको नियमित नहीं किया जाता वे धरना स्थल से किसी भी सूरत में हटने वाले नहीं हैं। सीएम कल करनाल में, प्रशासन की सांसे फूली एक तरफ अतिथि अध्यापकों के महापड़ाव के कारण जिला प्रशासन परेशानी में था। दूसरी तरफ करनाल में शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल आ रहे हैं, जिससे जिला प्रशासन की सांसे फूली हुई हैं। सीएम की सुरक्षा और धरना स्थल पर अतिथि अध्यापक कोई कठोर निर्णय न लें ले। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए दूसरे जिलों से भी पुलिस को बुला लिया गया है। एक अहम बात यह भी है कि अन्य संगठनों ने अतिथि अध्यापकों का समर्थन कर दिया है। जिसको लेकर अतिथि अध्यापकों का महापड़ाव ओर मजबूत स्थिति में पहुंच गया है। सीएम कैंप ऑफिस के आसपास रहा पुलिस का पहरा अतिथि अध्यापकों के प्रदर्शन को देखते हुए सीएम कैंप ऑफिस छावनी में तब्दील रहा। पुलिस को अंदेशा था कि प्रदर्शनकारी कैंप ऑफिस का घेराव कर सकते हैं। ऐसे में माल रोड को सुबह से ही पुलिस ने अपने घेरे में ले लिया था। दो डीएसपी रेडक्रॉस कार्यालय के समीप पुलिसबल के साथ मुस्तैद दिखाई दिए। करीब 9 बजकर 30 मिनट पर माल रोड को बंद कर दिया गया। एक्सिस बैंक के पास पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर सड़क को करीब एक घंटे तक बंद रखा। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर सड़क को बंद क्यों किया गया है। बाद में पता चलने पर लोगों ने अपने वाहनों को दूसरे रास्तों से निकालना शुरू किया। हालांकि सेक्टर-12, अस्पताल चौक, गांधी चौक व अंबेडकर चौक पर भी पुलिस बल तैनात था। सीएम कैंप ऑफिस तक पहुंचने के लिए अतिथि अध्यापकों को कई नाकों से गुजरना पड़ेगा।
बीच अपने बच्चों के साथ धरना स्थल पर पूरे हौंसले के साथ डटी रही। शुक्रवार को पूरा दिन झुलसा देने वाली गर्मी के बाद रातभर महिलाओं ने छोटे-छोटे बच्चों को पंडाल में ही रखा। अतिथि अध्यापकों का कहना था कि वे पेट की खातिर यहां पर बैठे हैं। बच्चों को लेकर कहां जाएं। मच्छरों के कारण अतिथि अध्यापकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने धरना स्थल कर रखा घेराव अतिथि अध्यापकों के महापड़ाव को लेकर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद रही। कोई भी अनहोनी घटना न हो इसलिए पुलिस ने धरना स्थल को चारों ओर से घेरे रखा। सादी वर्दी में भी पुलिस कर्मचारी धरनास्थल के ही आसपास मौजूद रहे। रातभर अतिथि अध्यापकों के रूकने के कारण पुलिस प्रशासन की सांसे फूली रही। वहीं अतिथि अध्यापकों ने साफ किया है कि जब तक उनको नियमित नहीं किया जाता वे धरना स्थल से किसी भी सूरत में हटने वाले नहीं हैं। सीएम कल करनाल में, प्रशासन की सांसे फूली एक तरफ अतिथि अध्यापकों के महापड़ाव के कारण जिला प्रशासन परेशानी में था। दूसरी तरफ करनाल में शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल आ रहे हैं, जिससे जिला प्रशासन की सांसे फूली हुई हैं। सीएम की सुरक्षा और धरना स्थल पर अतिथि अध्यापक कोई कठोर निर्णय न लें ले। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए दूसरे जिलों से भी पुलिस को बुला लिया गया है। एक अहम बात यह भी है कि अन्य संगठनों ने अतिथि अध्यापकों का समर्थन कर दिया है। जिसको लेकर अतिथि अध्यापकों का महापड़ाव ओर मजबूत स्थिति में पहुंच गया है। सीएम कैंप ऑफिस के आसपास रहा पुलिस का पहरा अतिथि अध्यापकों के प्रदर्शन को देखते हुए सीएम कैंप ऑफिस छावनी में तब्दील रहा। पुलिस को अंदेशा था कि प्रदर्शनकारी कैंप ऑफिस का घेराव कर सकते हैं। ऐसे में माल रोड को सुबह से ही पुलिस ने अपने घेरे में ले लिया था। दो डीएसपी रेडक्रॉस कार्यालय के समीप पुलिसबल के साथ मुस्तैद दिखाई दिए। करीब 9 बजकर 30 मिनट पर माल रोड को बंद कर दिया गया। एक्सिस बैंक के पास पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर सड़क को करीब एक घंटे तक बंद रखा। इससे वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। लोगों को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर सड़क को बंद क्यों किया गया है। बाद में पता चलने पर लोगों ने अपने वाहनों को दूसरे रास्तों से निकालना शुरू किया। हालांकि सेक्टर-12, अस्पताल चौक, गांधी चौक व अंबेडकर चौक पर भी पुलिस बल तैनात था। सीएम कैंप ऑफिस तक पहुंचने के लिए अतिथि अध्यापकों को कई नाकों से गुजरना पड़ेगा।
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