Friday, May 15, 2015

AB CRSU ME SABHI KAAM HONGE ONLINE

CRSU : अब सीआरएसयू होगा डिजिटल
 जागरण संवाददाता, जींद : चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय ने एक और कदम आगे बढ़ा दिया है। अब यूनिवर्सिटी में फीस भरने से लेकर परिणाम सभी ऑनलाइन ही होंगे। इसके लिए विवि प्रशासन ने हरियाणा नॉलेज कारपोरेशन लिमिटेड के साथ प्रस्ताव पर हस्ताक्षर कर लिए हैं। बृहस्पतिवार को इस प्रस्ताव पर सहमति बनी और हस्ताक्षर हो गए। प्रगति के मार्ग पर एक कदम आगे बढ़ते हुए चौ. रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद ने हरियाणा नॉलेज कारपोरेशन लिमिटेड के साथ डिजिटल यूनिवर्सिटी बनाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव प्रो. अवधेश कुमार शर्मा एवं एचकेसीएल की तरफ से मैनेजिंग डायरेक्टर समीर पांडे ने हस्ताक्षर किए। इस प्रस्ताव के अनुसार पूरे विश्वविद्यालय के कार्यकलापों जैसे दाखिला, फीस जमा कराना, सभी प्रकार के फार्म भरना, रिजल्ट आदि को इंटरनेट के द्वारा ही घर बैठे
किया जा सकेगा। पांच करोड़ रुपये की किस्त जारी प्रदेश सरकार ने विवि के विकास को लेकर पांच करोड़ रुपये की राशि भी जारी कर दी है। अब कुल मिलाकर 15 करोड़ रुपये की राशि जारी हुई है। हालांकि पिछले दिनों विवि प्रशासन ने 150 करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन फिलहाल सरकार से सत्र 2015-16 के लिए पांच करोड रुपये की पहली किस्त जारी कर दी गई है। इससे विश्वविद्यालय की प्रगति के लिए किए जाने वाले कार्यो को गति मिलेगी एवं विश्वविद्यालय को विकास निर्बाध गति से चल सकेगा। वेबसाइट पर मिलेगी प्रोस्पेक्टस विश्वविद्यालय के एम.फिल एवं पीएचडी के प्रास्पेक्टस 15 मई से विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे। इसके अतिरिक्त प्रास्पेक्टस को 18 मई से विश्वविद्यालय के कमरा नंबर एक तथा एक्सिस बैंक जींद से भी प्राप्त किया जा सकता है। विश्वविद्यालय द्वारा कुछ नए शैक्षिक कार्यक्रमों को शुरू करने की योजना है, इसलिए अंडरग्रेजुएट तथा पोस्ट ग्रेजुएट प्रास्पेक्टस एक जून से उपलब्ध होंगे। विश्वविद्यालय के सभी कार्य बिना कागज के इंटरनेट के माध्यम से किए जाएंगे। सीआरएस यूनिवर्सिटी ऐसा पहला विश्वविद्यालय है, जिसने अपने पहले ही साल में शत-प्रतिशत डिजिटलाइजेशन के कार्य को प्रारंभ किया है। उन्हें आशा है कि सरकार विश्वविद्यालय की प्रगति के लिए निरंतर वित्तीय एवं प्रशासनिक सहायता करती रहेगी, जिससे पूरे जींद के शैक्षणिक विकास को प्रगति मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि सरकार इन नये शैक्षिक कार्यक्रमों को शुरू करने के लिए पूर्ण प्रशासनिक एवं वित्तीय सहयोग देगी। मेजर जनरल डॉ. रणजीत सिंह, वीसी, सीआरएसयू, जींद।

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