Sameer Narula
माननीय उच्च न्यायलय और जज महोदय जी से एक सवाल ये है कि जब सुप्रीम कोर्ट तक ने मृत्यु दंड दिया था और राष्ट्रपति जी ने भी मंजूरी दे दी थी तो उच्च न्यायालय ने फांसी देने में देरी होने के कारण उस फेसले को केसे बदल दिया था गेस्ट मामले में भी सुप्रीम कोर्ट के फेसले को बदला जा सकता है। हम भी 9-10 सालो से काम कर रहे है।अगर उनके लिए उच्च न्यायलय फेसला बदल सकता है तो हमारे लिए क्यों नही।
माननीय उच्च न्यायलय और जज महोदय जी से एक सवाल ये है कि जब सुप्रीम कोर्ट तक ने मृत्यु दंड दिया था और राष्ट्रपति जी ने भी मंजूरी दे दी थी तो उच्च न्यायालय ने फांसी देने में देरी होने के कारण उस फेसले को केसे बदल दिया था गेस्ट मामले में भी सुप्रीम कोर्ट के फेसले को बदला जा सकता है। हम भी 9-10 सालो से काम कर रहे है।अगर उनके लिए उच्च न्यायलय फेसला बदल सकता है तो हमारे लिए क्यों नही।
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