मिडिल स्कूल के अध्यापकों को अब पहले की तुलना में 15 बच्चों को कम पढ़ाना होगा। मौलिक शिक्षा निदेशालय ने एक बार फिर से मिडिल स्कूलों की रेशनेलाइजेशन के लिए नया नियम लागू किया है। नए नियमों के तहत रेशनेलाइजेशन करने के लिए विभाग ने सरप्लस हो रहे पदों का पूरा डाटा भेजने के आदेश दिए हैं।
हालांकि यह आदेश एक बार फिर शिक्षा विभाग के कर्मचारियों के लिए सिरदर्द बन गए हैं। इससे पहले समय-समय पर कई बार विभागीय कर्मचारी डाटा भेज चुके हैं लेकिन नए नियम अध्यापकों के लिए
खुशखबरी है। नए नियम के तहत प्रथम सेक्शन में 45 बच्चों को एक मिडिल टीचर पढ़ाएगा। इसके बाद के सेक्शन 35-35 बच्चों के होंगे। ऐसे में अध्यापकों पर बच्चों को अधिक पढ़ाने का दबाव कम होगा। नए सिरे से केस मांगे गए ॥विभाग ने नए सिरे से रेशनेलाइजेशन के केस मांगे हैं। इसी वजह से मिडिल टीचर्स की 8 अगस्त की काउंसिलिंग रद्द हो गई है। गुरुवार को पीटीआई, ड्राइंग टीचर और डीपीआई की ही काउंसिलिंग होगी। सुमन मुंजाल, बीईओ अम्बाला वन।
खुशखबरी है। नए नियम के तहत प्रथम सेक्शन में 45 बच्चों को एक मिडिल टीचर पढ़ाएगा। इसके बाद के सेक्शन 35-35 बच्चों के होंगे। ऐसे में अध्यापकों पर बच्चों को अधिक पढ़ाने का दबाव कम होगा। नए सिरे से केस मांगे गए ॥विभाग ने नए सिरे से रेशनेलाइजेशन के केस मांगे हैं। इसी वजह से मिडिल टीचर्स की 8 अगस्त की काउंसिलिंग रद्द हो गई है। गुरुवार को पीटीआई, ड्राइंग टीचर और डीपीआई की ही काउंसिलिंग होगी। सुमन मुंजाल, बीईओ अम्बाला वन।
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