जागरण संवाददाता, भिवानी : हरियाणा विद्यालय शिक्षा
बोर्ड द्वारा प्रदेश के करीब 6 सौ स्कूलों का परीक्षा परिणाम
रोक लिया गया है। हालांकि स्कूल संचालकों द्वारा खामियां
दूर कर रिजल्ट निकलाने का सिलसिला शुरू कर दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा विद्यालय शिक्षा
बोर्ड प्रशासन ने प्रदेश के करीब 600 स्कूलों का परीक्षा परिणाम
यह कहते हुए रोक लिया है, कि उक्त स्कूल संचालकों द्वारा छात्रों
की परीक्षा फीस का भुगतान नहीं किया गया। हालांकि कुछ
त्रुटियां डाटा एंट्री करने वाली फर्म की ओर से भी रह गई।
किसी स्कूल की फीस की डबल एंट्री कर दी तो किसी स्कूल की
एंट्री ही नहीं की। इस वजह से प्रदेश के 600 स्कूलों का परीक्षा
परिणाम रोक लिया गया। रिजल्ट लेट होने की वजह से स्कूल
संचालकों व छात्रों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
हालांकि संबंधित स्कूल संचालक दो दिन से लगातार शिक्षा
बोर्ड मुख्यालय पर पहुंचकर खामियों को दूर करवा रहे हैं और रिजल्ट
घोषित करवा रहे हैं। अब तक करीब 200 स्कूलों का
रिजल्ट जारी कर दिया गया है। जिन स्कूलों की फीस पें¨डग थी, वे अपनी फीस का भुगतान कर रहे हैं और जिनकी गलत एंट्री हो गई थी, वे अपने प्रमाण प्रस्तुत कर त्रुटियां दूर करवा रहे हैं। रिजल्ट रुकने से जहां हजारों छात्रों को परेशानी उठानी पड़ रही है, वहीं स्कूल संचालकों को बोर्ड मुख्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। उधर अधिकारियों का कहना है कि फीस का भुगतान न होने की वजह से रिजल्ट रोका गया था, लेकिन फीस भरने के बाद रिजल्ट घोषित करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में किसी को भी परेशानी नहीं होने दी जा रही है।
रिजल्ट जारी कर दिया गया है। जिन स्कूलों की फीस पें¨डग थी, वे अपनी फीस का भुगतान कर रहे हैं और जिनकी गलत एंट्री हो गई थी, वे अपने प्रमाण प्रस्तुत कर त्रुटियां दूर करवा रहे हैं। रिजल्ट रुकने से जहां हजारों छात्रों को परेशानी उठानी पड़ रही है, वहीं स्कूल संचालकों को बोर्ड मुख्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। उधर अधिकारियों का कहना है कि फीस का भुगतान न होने की वजह से रिजल्ट रोका गया था, लेकिन फीस भरने के बाद रिजल्ट घोषित करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। ऐसे में किसी को भी परेशानी नहीं होने दी जा रही है।
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