यहाँ सब कुछ बिकता है , दोस्तों रहना जरा संभाल के !!!बेचने वाले हवा
भी बेच देते है , गुब्बारों में डाल के !!!सच बिकता है ,
झूट बिकता है, बिकती है हर कहानी !!!तीन लोक में फेला है , फिर भी
बिकता है बोतल में पानी!!!कभी फूलों की तरह मत जीना,जिस दिन
खिलोगे... टूट कर बिखर्र जाओगे ।जीना है तो पत्थर की तरह
जियो;जिस दिन तराशे गए... "खुदा" बन जाओगे ।।--हरिवंशराय बच्चन
भी बेच देते है , गुब्बारों में डाल के !!!सच बिकता है ,
झूट बिकता है, बिकती है हर कहानी !!!तीन लोक में फेला है , फिर भी
बिकता है बोतल में पानी!!!कभी फूलों की तरह मत जीना,जिस दिन
खिलोगे... टूट कर बिखर्र जाओगे ।जीना है तो पत्थर की तरह
जियो;जिस दिन तराशे गए... "खुदा" बन जाओगे ।।--हरिवंशराय बच्चन
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